नानी ने अपने एक माह के नाती को 2 लाख में बेच दिया, जानिए 8 महीने बाद कैसे मिल गया मासूम
ग्रेटर नोएडा में एक नानी ने अपने एक माह के नाती को कथित तौर पर 2 लाख रुपये में बेच दिया था. पुलिस ने आठ महीने बाद मासूम को बरामद कर आरोपी नानी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक खबर सामने आई है. यहां एक नानी ने अपने एक माह के नाती को कथित तौर पर 2 लाख रुपये में बेच दिया था. पुलिस ने आठ महीने बाद मासूम को बरामद किया. पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में मासूम बच्चे की नानी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बिसरख थाना क्षेत्र का पूरा मामला है.
क्या है पूरा मामला?
शाहबेरी में रहने वाली शिवांगी ने 10 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके गर्भवती होने के दौरान देखभाल के लिए उसकी मां बबीता अप्रैल महीने में शाहबेरी में आई थी. शिवांगी ने बेटे को जन्म दिया था. इसके बाद भी बबीता बेटी के घर रुकी हुई थी. 10 मई को बच्चे को मां के पास छोड़कर शिवांगी और उसका पति दवा लेने चले गए. इसी दौरान बबीता उनके एक महीने के मासूम बच्चे को अगवा कर फरार हो गई. पुलिस लगातार बच्चे की तलाश कर रही थी. जिसके बाद यह लोग बबीता के संभल स्थित मुटैना गांव पहुंचे. यहां बबीता कुछ दिन पहले ही आई थी. जिसके बाद पुलिस ने बबीता को 30 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान बबिता ने बच्चे को हापुड़ में जमुना नाम की महिला के जरिए दंपती को बेचने की बात कबूल की.
इसके बाद पुलिस जमुना नाम की महिला की तलाश में जुट गई. इसके बाद पुलिस ने हापुड़ की लज्जा कॉलोनी से जमुना उर्फ शिवांगी को गिरफ्तार कर लिया. जमुना द्वारा बताया गया कि बबीता के द्वारा उसको यह बच्चा दिया गया था. जिसे मैने डॉक्टर दीपक त्यागी जो की हापुड़ का ही रहने वाला है उसको बेच दिया. वहीं डॉक्टर ने उस बच्चों को आगे अमरवीर नाम के एक व्यक्ति को दो लाख रुपये में बेच दिया.
शिवांगी ने बताया कि उसकी मां के द्वारा ही बच्चे का अपहरण कराया गया था. वह डिलीवरी के दौरान घर पर आई थी और मेरे बच्चे को गायब कर दिया. मुझे लगा कि मुझे मेरा बच्चा कभी नहीं मिलेगा, लेकिन पुलिस ने उम्मीद नहीं छोड़ी और पुलिस लगातार बच्चों को तलाश करती रही. आखिरकार मेरा बच्चा मिल गया है. अभी तक मैं अपने बच्चों का नाम भी नहीं रख पाई थी, उसके कान पर एक निशान था, जिसकी वजह से बच्चे की पहचान हो सकी. मां ने बच्चा पाकर पुलिस की जमकर तारीफ की.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
पुलिस ने क्या बताया?
सेंट्रल नोएडा के एडिशनल डीसीपी ह्रदेश कुमार ने बताया कि डॉक्टर दीपक के यहां पर अमरवीर का आना-जाना था. अमरवीर का कोई बेटा नहीं था. इस वजह से उसको बेटे की जरूरत थी. उसने डॉक्टर से यह बात कही. डॉक्टर ने यह बात जमुना से कहीं और जमुना ने इस मामले में बबीता से संपर्क किया. इस तरह से अमरवीर ने डॉक्टर को दो लाख रुपये दिए और बच्चा ले लिया. इस पूरे मामले में डॉक्टर ने एक लाख रुपये लिए और जमुना को 50 हजार रुपये दिए, वहीं बबीता को 50 हजार रुपये मिले. पुलिस की टीम लगातार इन लोगों की तलाश कर रही थी. अब पुलिस ने इस मामले में महिला जमुना, आरोपी डॉक्टर दीपक और बच्चे को खरीदने वाला आरोपी अमरवीर सभी को गिरफ्तार कर लिया है.
ADVERTISEMENT