रामलला के लिए भक्तों का उमड़ा जनसैलाब तो अयोध्या पुलिस ने दर्शन पर लगाई रोक? जानें सच्चाई
अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं. 22 जनवरी को शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच रामलला अपने भव्य गर्भगृह में विराजमान हुए.
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Ayodhya News: अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं. 22 जनवरी को शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच रामलला अपने भव्य गर्भगृह में विराजमान हुए. 23 जनवरी से जब आम लोगों के लिए राम मंदिर के कपाट खुले तो जनसैलाब उमड़ पड़ा. उद्घाटन के बाद पहले ही दिन राम मंदिर भक्तों से खचाखच भर गया है. भीड़ का आलम यह है कि मंदिर प्रबंधन को लोगों को संभालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है कि भीड़ की मद्देनजर पुलिस ने रामलला के दर्शन पर रोक लगा दी है. नोएडा पुलिस ने खबर की हकीकत बताई है, जिसे आप खबर में आगे जानिए.
नोएडा पुलिस ने X (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “कतिपय सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य खबर फोटो के साथ सार्वजनिक रुप से प्रसारित की जा रही है कि जनपद अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लंबी भीड़ की वजह से श्री रामलला के दर्शन अस्थाई रूप से बंद किया गया है. #ayodhyapolice इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खंडन करती है. #UPPolice”
कतिपय सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य खबर फोटो के साथ सार्वजनिक रुप से प्रसारित की जा रही है कि जनपद अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लम्बी भीड़ की वजह से श्री रामलला के दर्शन अस्थाई रूप से बंद किया गया है।#ayodhyapolice इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खण्डन करती है। #UPPolice pic.twitter.com/4fZDVeEeaJ
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) January 23, 2024
आपको बता दें कि अयोध्या पुलिस ने साफ कर दिया है कि भीड़ की वजह से पुलिस ने रामलला के दर्शन पर कोई रोक नहीं लगाई है. और जो खबर रोक लगाने की प्रसारित हो रही है वो फेक है.
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गौरतलब है कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद को लेकर चले मुकदमे में 2019 में उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण मंदिर संभव हुआ. वास्तुकला की पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर, लंबाई में 380 फुट (पूर्व-पश्चिम), चौड़ाई में 250 फुट और ऊंचाई में 161 फुट आकार का है. यह 392 स्तंभों पर टिका है और इसमें 44 दरवाजे हैं.
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