Video: 3 दशक से नंगे पांव है ये शख्स, मुलायम सिंह यादव से जुड़ी है एक शर्त, जानिए
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से न केवल उनके परिवार, राजनीतिक गलियारे और यूपी सहित देश में शोक की…
ADVERTISEMENT
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से न केवल उनके परिवार, राजनीतिक गलियारे और यूपी सहित देश में शोक की…
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से न केवल उनके परिवार, राजनीतिक गलियारे और यूपी सहित देश में शोक की लहर है, बल्कि कई उनके ऐसे चाहने वाले भी है जिनके बारे में सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे. वाराणसी में मुलायम सिंह यादव का एक ऐसा ही प्रशंसक है जिसने पिछले 33 वर्षों से सिर्फ इसलिए पैर में चप्पल नहीं डाली है और नंगे पांव ही रह रहा है, क्योंकि उसने मुलायम सिंह यादव के लिए संकल्प लिया. संकल्प है कि जब तक मुलायम सिंह प्रधानमंत्री नहीं बन जाते तब तक वो नंगे पांव ही रहेगा.
ADVERTISEMENT
पेशे से राजगीर का काम करने वाले गरीब श्यामू के हौसले काफी बुलंद हैं. वाराणसी के सलारपुरा इलाके में रहने वाले श्यामू ने उम्र के 64 बसंत देख लिए हैं. इनकी तमन्ना मुलायम सिंह को पीएम बनते देखने की थी. इस बारे में वे खुद बताते हैं कि लगभग 33 वर्षों पहले जब पहली बार मुलायम सिंह यादव क्रांति रथयात्रा लेकर वाराणसी के विशेश्वरगंज स्थित यादवों के हीरा बाबा मंदिर आए थे. तभी श्यामू की मुलाकात मुलायम से हुई थी.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
उसी समय श्यामू ने मुलायम सिंह में पीएम बनने के सारे गुण देख लिए और ठान लिया कि जबतक मुलायम सिंह पीएम नहीं बन जाते तबतक वे अपने पैरों में चप्पल नहीं पहनेंगे. 33 साल पहले का वह दिन और आज मुलायम सिंह के जाने का दिन. भरी आंखों से श्यामू बताते हैं कि वे अपने संकल्प को निभाते रहेंगे और नंगे पैर ही रहेंगे, लेकिन साथ में यह भी बताते हैं कि अगर मुलायम सिंह की जगह अखिलेश पीएम बन जाते हैं तो भी वह अपना संकल्प पूरा मान लेंगे और पैरों में चप्पल पहन लेंगे. उन्होंने बताया कि उनकी अभी तक वाराणसी में मुलायम सिंह से लगभग 3-4 बार मुलाकात हो चुकी है.
श्यामू त्यागी ने खास बातचीत में बताया कि जब कभी मुलायम सिंह या सपा पर विपत्ति आती थी तब उन्हे समाज और विरोधियों के ताने भी सुनने पड़ते हैं. और तो और परिवार से लेकर तमाम लोगों ने भी उन्हें काफी खरी खोटी सुनाई और पागल तक कह डाला, लेकिन वह अपने संकल्प से डिगे नहीं. चाहे मौसम जितना भी विपरीत क्यों न रहा हो, पैरों में छाले भी पड़े और गर्मी और ठंड भी असहनीय लगी, लेकिन वह पीछे नहीं हटे. उन्होंने बताया कि मुलायम सिंह जैसा कोई दूसरा नेता उन्होंने आज तक नहीं हुआ है.
ADVERTISEMENT
वहीं उनके इलाके के ही विजय यादव ने श्यामू यादव के बारे में बताया कि बजाए श्यामू चाचा को समझाने के वे उनसे प्रेरणा लेते रहतें हैं. चाहे मौसम जितना भी विपरीत क्यों न रहा हो, लेकिन वह बचपन से श्यामू चाचा को बगैर चप्पलों के ही देखे हैं. उन्होंने आगे बताया कि श्यामू चाचा जैसे लोगों के संकल्प का ही नतीजा होगा कि मुलायम सिंह के परिवार से कभी न कभी कोई पीएम की कुर्सी पर जरूर बैठेगा.
जब मोदी लहर में सारे सूरमा हवा हो गए तब डटे रहे नेताजी, बने आखिरी चुनाव में ‘विजयी मुलायम’
ADVERTISEMENT