यूपी चुनाव में उतरे ओवैसी को राजभर की सलाह, ‘100 सीट पर लड़ने का सपना छोड़ दें’
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है. वाराणसी में सुहेलदेव भारतीय समाज…
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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है. वाराणसी में सुहेलदेव भारतीय समाज…
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है. वाराणसी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी को लेकर बड़ा बयान दिया है.
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उन्होंने कहा, “ओवैसी 100 सीट का सपना छोड़ दें. 10 सीट पर लड़कर दसों जीत जाएं. 100 पर लड़कर एक भी न जीते पाएं, इसका कोई मतलब नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराना चाहते हैं तो कम सीट पर आकर लड़िए कोई दिक्कत नहीं है.”
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी के मऊ सदर से चुनाव लड़ने पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि हमारी सहमति है, वह जहां से चुनाव लड़ना चाहेंगे हम उन्हें चुनाव लड़ा देंगे. अंसारी मऊ के सदर सीट से पांच बार के विधायक हैं, उन्हें जनता जीत दिलाती है और बीजेपी के लोग मदद करते हैं.
राजभर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का बस चले और संविधान ना होता तो यह मुख्तार की हत्या करवा देते, मुख्तार अंसारी के साथ बहुत अन्याय किया जा रहा है.
उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “हाथरस में 12 बजे रात को बेटी की लाश जलाकर आतताइयों को संरक्षण योगी सरकार ने दिया है. बलिया में पाल की हत्या के बाद अपराधियों को बचाने का भी काम या सरकार कर रही है. अभी लखीमपुर खीरी हत्याकांड की रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, आशीष मिश्रा जो गृह राज्य मंत्री का बेटा है उसी ने गोली चलाई थी. अब जब सुप्रीम कोर्ट ने डंडा किया है तो गिरफ्तारी हुई है. इसी की जगह कोई आम इंसान होता पुलिस उठा ले जाती है.”
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वाराणसी में मीडिया से मुखातिब होते हुए ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी आदित्यनाथ के उस आरोप का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकवादियों को रिहा करना ही समाजवादी पार्टी सरकार का काम रहा है और दंगाइयों को अपने आवास पर बुलाकर सम्मानित करती थी, लेकिन हमारी सरकार में ऐसे लोगों को उनके लोक तक पहुंचाने का काम किया है.
निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने कहा कि राजा दशरथ के पुत्र राम नहीं थे? इसके जवाब में बीजेपी सांसद बृजभूषण ने कहा कि क्या संजय निषाद की मां दाई थी. इस पर ओपी राजभर ने कहा, “योगी-मोदी और हिंदू के ठेकेदार क्या कर रहे हैं. योगी-मोदी और भारतीय जनता पार्टी क्या उनके ऊपर किसी तरह की कार्रवाई करेगी? लेकिन वह गठबंधन किए हुए हैं और उनके साथ रहने वाले कुछ भी बोल दे तो माफ है. यह मूल बिंदु से ध्यान भटकाने की साजिश है.”
उन्होंने आगे कहा, “संजय निषाद ने अपने समाज में कहा था कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं, इसलिए आरक्षण से ध्यान भटकाने के लिए घरेलू बिजली बिल माफ कराने और सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू ना हो, इससे ध्यान भटकाने के लिए यह सब भारतीय जनता पार्टी बुलवाती है. यह भारतीय जनता पार्टी का दौरा चरित्र है. बगल में बैठा कर गाली दिलवाते हैं और आस्था से उनके साथ रहने वाला व्यक्ति खिलवाड़ करते हैं.” इस मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से आंदोलन करने की चेतावनी को भी ओपी राजभर ने सही बताया.
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यूपी कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के ओमप्रकाश मुख्तार की दलाली करने वाले बयान पर ओपी राजभर ने कहा कि दिल्ली में एक ऑफिस खुला है जिस पर लिखा है दलाल, अभी अनिल राजभर बच्चा है और बच्चे को बाप से भेंट हो गई है.
शिवपाल का अखिलेश यादव के साथ गठबंधन या पार्टी में विलय करने के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा में कितने लोग थे आज भी हमारी कोशिश है कि उनको एक साथ लाकर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं.
सीएम योगी के कैराना और शामली जाने और पलायन करके लौटने वालों को सुरक्षा का आश्वासन देने पर कटाक्ष करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर वह गाड़ी देते हैं, उनको उसी गाड़ी में बैठाकर आगे ले जाते हैं और थोड़ा दूर जाओ फिर आकर के हम उतार लेंगे, यह ड्रामा पार्टी है.
कानपुर में योगी आदित्यनाथ के हाथों से मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के उद्घाटन के सवाल के जवाब में ओपी राजभर ने कहा कि यह सारे काम पिछली सरकारों के हैं. यह केवल उद्घाटन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “यह सारे काम पूरे नहीं होंगे. अभी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने जा रहे हैं. उसका भी काम पूरा नहीं हुआ है. ना सर्विस रोड बनी है ना ही सड़के बनी है और ना ही बैरिकेडिंग लगा है. इन सब को वापस आना नहीं है, इसलिए जिस तरह भगवान राम 14 साल के वनवास पर गए थे, ये 15 साल के लिए जाने वाले हैं.”
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