Mukhtar Ansari को कोर्ट से लगा बड़ा झटका, अब क्या करेगा जेल में बंद मुख्तार?
Mukhtar Ansari को कोर्ट से लगा बड़ा झटका, अब क्या करेगा जेल में बंद मुख्तार?
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Mukhtar Ansari को कोर्ट से लगा बड़ा झटका, अब क्या करेगा जेल में बंद मुख्तार?
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बाराबंकी में बाहुबली मुख्तार अंसारी के चर्चित एम्बुलेंस केस में दाखिल रिवीजन पिटीशन को अपर जिला जज की कोर्ट ने खारिज कर दिया है. CJM कोर्ट से तय आरोपों के विरोध में मुख्तार अंसारी सहित 8 आरोपियों ने जिला सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में रिवीजन दाखिल किया था. इसकी सुनवाई करते हुए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार शुक्ला ने मंगलवार को प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया. मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन के मुताबिक एम्बुलेंस कांड फर्जी है, क्योंकि 18 साल से मुख्तार अंसारी जेल में बंद है, जबकि एम्बुलेंस कांड 2019 में हुआ था.
The revision petition filed in the famous ambulance case of Bahubali Mukhtar Ansari in Barabanki has been rejected by the court of Additional District Judge. 8 accused including Mukhtar Ansari had filed a revision in the court of the District Sessions Judge against the charges framed by the CJM court. Hearing this, Additional Sessions Judge Anil Kumar Shukla rejected the application on Tuesday. According to Mukhtar Ansari’s lawyer Randhir Singh Suman, the ambulance incident is fake, because Mukhtar Ansari has been in jail for 18 years, while the ambulance incident took place in 2019.
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