Saket Mishra : योगी आदित्यनाथ सरकार ने इनको क्यों बुला लिया सदन में?
बीजेपी ने उच्च सदन(विधानपरिषद) के लिए साकेत मिश्रा का नाम मनोनीत कर के एक साथ कई एजेंडे को साधने की कोशिश की है।
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बीजेपी ने उच्च सदन(विधानपरिषद) के लिए साकेत मिश्रा का नाम मनोनीत कर के एक साथ कई एजेंडे को साधने की कोशिश की है।
राज्य सरकार की तरफ से मनोनीत एमएलसी पद के लिए भेजे गए 6 नामों पर राज्यपाल ने मुहर लगा दी है. और इसमें जो सबसे खास नाम है वो है साकेत मिश्रा का… साकेत मिश्रा वर्तमान में पूर्वांचल विकास बोर्ड के सलाहकार हैं।पर बीजेपी ने उच्च सदन(विधानपरिषद) के लिए उनका नाम मनोनीत करवा के एक साथ कई एजेंडे को साधने की कोशिश की है।
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अगर भाजपा के इस कदम को सियासी तौर पर देखें तो पूर्वांचल की राजनीति में ब्राह्मणों का बर्चस्व देखा गया है. साकेत मिश्रा भले ही ब्राह्मण राजनीति में बड़ा नाम न हों पर उनके बहाने ब्राह्मणों को संदेश देने की कोशिश ज़रूर की गयी है। वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गोस्वामी कहते हैं ‘ मनोनीत नामों को देखें तो ये स्पष्ट हो जाएगा कि 2024 के चुनाव के लिए जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की गयी है। ब्राह्मणों को संदेश देना भी उसी रणनीति का हिस्सा है। वहाँ हमेशा ब्राह्मण और क्षत्रिय चेहरे प्रमुखता से रहे हैं।’
The Governor has approved the 6 names sent by the state government for the post of nominated MLC. And the most special name in this is that of Saket Mishra… Saket Mishra is currently the advisor of Purvanchal Development Board. But BJP tried to fulfill many agenda simultaneously by nominating his name for the Upper House (Legislative Council) Is.
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