Akhilesh Yadav : ‘अगर दलित वोटर्स की ये शर्तें मान लें तो 2024 में साइकिल दिल्ली तक पहुँच सकती है’
Akhilesh Yadav : ‘अगर दलित वोटर्स की ये शर्तें मान लें तो 2024 में साइकिल दिल्ली तक पहुँच सकती है’
ADVERTISEMENT
Akhilesh Yadav : ‘अगर दलित वोटर्स की ये शर्तें मान लें तो 2024 में साइकिल दिल्ली तक पहुँच सकती है’
ADVERTISEMENT
Akhilesh Yadav : चंद्रशेखर आज़ाद और अखिलेश यादव की दोस्ती बिल्कुल नई नई हुई है. और आजकल अखिलेश यादव खूब बढ़चढ़कर दलित पॉलिटिक्स कर रहे हैं. ऐसे में जब चंद्रशेखर आज़ाद ने दिल्ली के जतंर-मतंर में रैली बुलाई, तो अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद समेत कई नेताओं को मंच पर भेज दिया. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि चंद्रशेखर आज़ाद का वोटर दलित वो भी ख़ासकर जाटव है. वहीं, अखिलेश यादव की पार्टी सपा के पराम्परागंत वोटर यादव रहे हैं. और दोनों समुदाय की टसल भी काफी पुरानी रही है. ऐसे में हमने चंद्रशेखर आज़ाद के लोगों से पूछा की क्या वो अखिलेश यादव को वोट देंगे. तो इस पर क्या जवाब मिला देखे ..
Akhilesh Yadav: The friendship between Chandrashekhar Azad and Akhilesh Yadav has become brand new. And nowadays Akhilesh Yadav is doing Dalit politics with great enthusiasm. In such a situation, when Chandrashekhar Azad called a rally in Delhi’s Jatnar-Matnar, Akhilesh Yadav sent many leaders including Swami Prasad on the stage. But the big question is that Chandrashekhar Azad’s voter is a Dalit, especially a Jatav. On the other hand, Yadav has been a traditional voter of Akhilesh Yadav’s party SP. And the tussle of both the communities has also been very old. In such a situation, we asked the people of Chandrashekhar Azad whether they would vote for Akhilesh Yadav. So see what answer you got on this..
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT