यूक्रेन में फंसे UP के सैकड़ों छात्र, जानें गाजियाबाद से गाजीपुर तक के परिवारों का दर्द

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रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारत के लोग खौफजदा हैं और सही सलामत अपने देश लौटने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. यूक्रेन में भारत के करीब 16 हजार स्टूडेंट्स फंसे हैं, जिन्हें वापस लाने की कवायद की जा रही है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों के सैकड़ों स्टूडेंट्स भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं.

यूपी के देवरिया जिले से तीन छात्र प्रणवनाथ सिंह यादव ,शक्तिरमन सिंह और सुनील मद्धेशिया यूक्रेन में फंसे हैं. तीनों यूक्रेन में रहकर MBBS की पढ़ाई कर रहे थे लेकिन वहां के हालात से डरे-सहमे हुए हैं और घर वापस आना चाहते हैं. देवरिया में छात्र के परिवार परेशान हैं और वह भारत सरकार से अपने बच्चों को सुरक्षित वापस बुलाने की गुहार लगा रहे हैं.

इसी तरह बहराइच का छात्र विशेसांक मिश्रा अपनी चचेरी बहन प्रियंका मिश्रा के साथ यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. रूस के यूक्रेन पर शुरू हुए हमले के बाद परिवार की धड़कन बढ़ गई है. परिवार के लोग बच्चे की सलामती के लिए सामूहिक पूजा पाठ कर रहे हैं और लगातार यूक्रेन पर हो रहे हमले की हर अपडेट के लिए टीवी के सामने नजरें गड़ाए हैं.

गाजीपुर का मोहम्मद सैफ खान भी यूक्रेन में फंसा है. सैफ खान यूक्रेन में इवानो फ्रैंक विस्क नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS का छात्र है. सैफ के पिता शहाबुद्दीन बता रहे हैं कि सैफ के साथ और स्टूडेंट भी फंसे हुए हैं, सभी घबराए हुए हैं, वे लोग भारत सरकार से वहां फंसे छात्रों को निकालने की अपील कर रहे हैं.

कानपुर की दो छात्राएं भी फंस गई हैं. एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं जेन्सी सिंह और आकांक्षा शुक्ला के परिजन परेशान हैं. जेन्सी ने वीडियो कॉल पर बताया कि सभी छात्रों को मुतरो स्टेशन के प्लेटफार्म के अंदर रखा गया है. आकांक्षा की मां का कहना है कि बेटी के पास खाने-पीने को कुछ नहीं है, बैंक में भी भीड़ के कारण पैसा नहीं निकल पा रहा है.

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इटावा की थाना बकेवर क्षेत्र में कस्बा के मोहल्ला आजादनगर के रहने वाले मनोज पाठक का पुत्र शुभ पाठक, यूक्रेन में बीटेक की पढ़ाई कर रहा है और उसको दो साल हो चुके हैं. वह अभी भी वहां फंसा हुआ है. उसके माता-पिता लगातार संपर्क में हैं. पिछली बार शुभ अगस्त में घर आया था और अगस्त के अंतिम सप्ताह में ही यूक्रेन वापस चला गया था.

गाजियाबाद के लोनी की विकास कुंज कॉलोनी में रहने वाले शिवम ठाकुर यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गए थे. रूस और यूक्रेन के लगातार बिगड़ते हालातों से शिवम यूक्रेन में फंसे हुए हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि वह मोदी सरकार से अपील करते हैं कि शिवम सहित तमाम भारतीय छात्रों को सकुशल भारत वापस लाया जाए.

आजमगढ़ के तीन स्टूडेंट भी यूक्रेन में फंसे हैं. परिजनों का संपर्क स्टूडेंट्स के साथ बना हुआ, लेकिन वहां की स्थित गंभीर होते देख परिजन काफी परेशान हैं और अपने बच्चे की सकुशल वापस लाने की मांग भारत सरकार से कर रहे हैं. स्टूडेंट लाइव वीडियो भेज रहे हैं, जिसे देखकर परिजन भी हतप्रभ है. हर पल हो रहे बम ब्लास्ट से लोगों में दहशत मची है.

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(देवरिया से राम प्रताप सिंह, बहराइच से राम बरन, गाजीपुर से विनय कुमार सिंह, कानपुर से रंजय सिंह, गाजियाबाद से मयंक, आजमगढ़ से राजीव कुमार, इटावा से अमित तिवारी की रिपोर्ट)

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