लड़की करे तो कैरेक्टर ढीला कैसे…PCS अफसर ज्योति मौर्य के समर्थन में उतरे ओपी राजभर, कही ये बात

रोशन जायसवाल

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Uttar Pradesh News: इन दिनों सोशल मीडिया पर बरेली की PCS ऑफिसर ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya Case) और उनके पति आलोक मौर्य के बीच विवाद छाया हुआ है. ज्योति मौर्य की खबर वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया पर पोस्ट और कमेंट्स की बाढ़-सी आ गई है. वहीं ज्योति मौर्य मामले पर भारतीय सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बयान दिया है.

एसडीएम ज्योति मौर्या के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि, ‘पुरुष करे तो रासलीला और औरत करे तो करैक्टर ढीला. एक महिला ने पति को क्या छोड़ा कि पूरे प्रदेश में आग लग गई और लाखों महिलाओं को लोग छोड़कर चले गए. लेकिन कोई पूछने वाला नहीं है.’ उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा और विधानसभा में आधी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होनी चाहिए.

शिवपाल यादव पर कही ये बात

दरअसल, ओपी राजभर वाराणसी के शिवपुर विधानसभा में लोहिया नगर कॉलोनी में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं में जोश भरने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने शिवपाल यादव के बयान, ओमप्रकाश राजभर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं और चुनाव आने पर दुकानदारी शुरू कर देते हैं? इसके जवाब में ओपी राजभर ने कहा कि शिवपाल यादव ने भी हमारी तरह एक दुकान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नाम से खोली थी. लेकिन उनके दुकान में ग्राहक नहीं गए और समाजवादी पार्टी में उनकी दुकान को तोड़कर खुद में विलय कर लिया. शिवपाल यादव का बंगला और गाड़ी अलॉट होने पर अखिलेश यादव ने कहना शुरू कर दिया था कि शिवपाल यादव भाजपा की बी टीम है और भाजपा के इशारे पर चलते हैं. वे दिन भूल गए?

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अखिलेश यादव पर पलटवार

वहीं समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के बयान की पीडीए ही एनडीए को करेगी खत्म अपने जवाब में ओपी राजभर ने कहा कि, ‘अखिलेश यादव की बात पर उन्हें हंसी आती है. क्योंकि 18 परसेंट वोट उत्तर प्रदेश में मुसलमानों का है.जो समाजवादी पार्टी कांग्रेस और बसपा को वोट देता था और अभी भी दिया है, लेकिन एक बार भी मुसलमान को सीएम या डिप्टी सीएम बनाने की बात याद क्यों नहीं आई? अखिलेश यादव जब सत्ता में थे तब पीडीए क्यों नहीं याद आया? जब सत्ता में नही है तो M-Y (मुस्लिम-यादव) याद आ जाता है.

उन्होंने आगे कहा कि यूपी की राजनीति में बगैर मायावती को लिए कोई गठबंधन सफल नहीं है और दिल्ली में विपक्ष की राजनीति का रास्ता यूपी से होकर जाता है. मायावती, सोनिया, नीतीश, जयंत, अखिलेश और राजभर को उसी में शामिल हो जाए तो यूपी में 70 प्लस सीट मिलेगी.

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2024 में किसके साथ जाएंगे राजभर?

कर्नाटक में होने वाली 12 जुलाई की विपक्ष की बैठक के बारे में ओपी राजभर ने कहा कि जब निमंत्रण मिलेगा तब उस पर विचार किया जाएगा. हम 7 अक्टूबर को बिहार के पटना के गांधी मैदान में वंचित शोषित जागरण महारैली करेंगे. अभी मिले 2 महीनों के दौरान नेताओं के साथ मिलकर तय हो जाएगा कि हमारा गठबंधन किसके साथ होने जा रहा है 2024 के लिए? इसकी घोषणा 7 अक्टूबर को महारैली में कर दी जाएगी.

समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हुए ओपी राजभर ने बताया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 में समान नागरिक संहिता का उल्लेख है. गोवा अमेरिका बांग्लादेश और पाकिस्तान में लागू है. सरकार को चाहिए कि अलग-अलग धर्मों के लोगों और आदिवासी जाति के रहनुमाओं को एक साथ बैठाकर मंथन कर ले और फिर यूसीसी लागू कर दें.

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