1500 करोड़ के फर्जी ट्रांजैक्शन, कार से निकाला 12 Kg सोना, कानपुर कारोबारी पर IT रेड जारी

सिमर चावला

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Uttar Pradesh News: बुलियन व्यापारी और रियल स्टेट से जुड़े लोगों के 55 ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा लगातार तीसरे दिन भी जारी है.सूत्रों के मुताबिक यह कार्रवाई 2 से 3 दिन और चल सकती है. सूत्रों की माने तो अभी तक 8 करोड़ कैश और 70 किलो सोना इनकम टैक्स द्वारा जब किया जा चुका है, इसके साथ ही 1500 करोड़ के फर्जी बिल भी इनकम टैक्स के हाथ लगे हैं.

कार से निकला 12 किलों सोना

शनिवार दोपहर को टीम ने जब कानपुर में बुलियन कारोबारी के घर में खड़ी गाड़ी को चेक किया तो उसकी सीट कवर फाड़ने के बाद 12 किलो सोना बरामद किया. चौंकाने वाली बात यह है कि बुलियन व्यापारी जिन लोगों के नाम पर फर्जी बेल काटकर ब्लैक का पैसा सफेद कर रहे थे, उसमें से एक ड्राइवर भी है जिसकी नाम से 200 करोड़ रुपए के जेवर लिए गए.

बड़ी हेर-फेर आई सामने

यही नहीं अहमदाबाद में चल रहे छापे में सामने आया है कि राधामोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स ने एक फर्जी कंपनी को 700 करोड़ के माल की बिक्री दिखाई. ऐसे ही हजारों करोड़ रुपए सफेद करके रियल एस्टेट में खापाए जा रहे थे. सूत्रों के मुताबिक बुलियन व्यापारीयो ने कुछ ऐसे लोगो सोना खरीदा जिनकी हैसियत नहीं है, इनकम टेक्स अधिकारियों को दिशा है कि देश में अवैध तरीके से स्मगल हुआ सोना है, जिसे बुलियन कारोबारी दारा खरीदा गया.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इनकम टैक्स टीम को मिली ये जानकारी

ये कारोबारी सोने को कम दामों पर अन्य लोगों के पैन कार्ड और डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल कर कर खरीदते थे. ऐसे कई लोग आयकर विभाग के संपर्क में आए हैं जिनके नाम से यह खरीद फिरोज हो रही थी और उनको पता तक नहीं था. बाकी कुछ लोगों को इस काम के लिए पैसे दिए जा रहे थे. छापेमारी में कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जिनके मुताबिक यह व्यापारी आर्टिफिशली घाटे और मुनाफे को मैनिपुलेट करके टैक्स चोरी कर रहे थे. रितु हाउसिंग के प्रमोटर संजीव झुनझुनवाला के घर से एक हार्डिस्क भी इनकम टैक्स अधिकारियों को मिली है. जिसमें उनके लैंड और ट्रांजैक्शंस की सारी डिटेल है और जिन जिन के साथ उन्होंने इस तरीके का कारोबार किया उनके नाम भी है.

इनकम टैक्स अधिकारियों की माने तो कुछ बड़े नाम इस रेट में सामने आए हैं जिन पर आने वाले समय पर कार्रवाई हो सकती है. इनकम टैक्स अधिकारियों द्वारा छापे मारी पूरी होने के बाद डिटेल रिपोर्ट बनाकर अन्य एजेंसियों के साथ भी साझा करी जाएगी.

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT