इस वजह से पति ने महिला को दिया तीन तलाक, तो शहनाज बनी आरोही और पवन से रचाई शादी

कृष्ण गोपाल यादव

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उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है. यहां भगवान श्रीकृष्ण की भक्त एक मुस्लिम महिला को उसके पति ने कथित तौर पर तीन तलाक दे दिया. बाद में महिला ने इस्लाम धर्म को छोड़कर अपने हिंदू दोस्त के साथ शादी कर ली.

क्या है पूरा मामला?

बरेली के थाना फरीदपुर क्षेत्र के ढकनी राजपुरा गांव की रहने वाली शहनाज का निकाह 2018 में हुआ था. लेकिन वह बचपन से ही भगवान श्री कृष्ण की भक्त थी और अक्सर भगवान श्री कृष्ण की पूजा करती थी. शहनाज के घर वाले भी इस बात का विरोध करते थे कि उनके धर्म में इस तरह से पूजा पाठ नहीं की जाती है. उसको इस्लाम धर्म के मुताबिक ही रहना होगा. लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी.

शादी के बाद भी वह भगवान श्री कृष्ण की भक्त रही. ससुराल में इस बात का जब लोगों को पता चला तो कोहराम मच गया. ससुराल के लोगों ने उसको जब पूजा-पाठ करते देखा तो हंगामा होने लगा और यह देखते ही पति ने उसको तीन तलाक दे दिया.

बचपन के दोस्त को बनाया जीवनसाथी

युवती ने जब अपनी पीड़ा की कहानी अपने बचपन के दोस्त पवन कुमार को सुनाई, तो उसने सहारा दिया. फिर दोनों के बीच दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और दोनों ने फैसला किया वह हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक शादी करेंगे. जिसके बाद उन्होंने घर छोड़ दिया और बरेली पहुंचकर अगस्त मुनि आश्रम जाकर हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार शादी की.

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दिखी उम्मीद की किरण

शहनाज के साथ हुई इस अत्याचार की वजह से वह इतना परेशान हो चुकी थी कि परिवार का कोई सदस्य उसकी मदद करने को तैयार नहीं था. जब उसने अपने साथी पवन को यह बात बताई तो दोनों ने फैसला किया कि वह ट्रेन के नीचे आकर जान दे देंगे.

इसी दौरान उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई. जिसने अगस्त मुनि आश्रम के बारे में बताया. यहां पर मुस्लिम युवती का विवाह हिंदू युवकों से पूरे विधि-विधान से कराया जाता है. यह जानकारी मिलते ही उम्मीद की किरण नजर आई और बिना देरी किए वे अगस्त मुनि आश्रम पहुंच. इसके बाद उन्होंने आश्रम के महंत को अपनी पूरी बात बताई.
शहनाज ने बदल लिया अपना नाम

अगस्त मुनि आश्रम में शादी करने के बाद शहनाज ने अब अपना नाम भी हिंदू रीत- रिवाज के मुताबिक रख लिया. शहनाज ने बताया कि अब उसको आरोही के नाम से ही पुकारा जाए. उसने अपना नाम आरोही रख लिया है.

विवाह से पहले अगस्त मुनि आश्रम में महंत केके शंखवार ने दोनों की बात सुनी और युवती का सनातन धर्म के मुताबिक शुद्धिकरण कराया और मंत्र उच्चारण के बीच सनातन धर्म के अनुसार विवाह संपन्न कराया.

दोनों को है परिवार से जान का खतरा

शहनाज उर्फ आरोही ने पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है. उसका कहना है कि उसे अपने परिवार से जान का खतरा है और उसके दोस्त जिसके साथ अब उसकी शादी हो चुकी है, उसको भी जान का खतरा है. इसको लेकर उसने बरेली के पुलिस अधिकारी को एक लेटर लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है.

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