UP News: प्रयागराज में हुई एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर एसएन मिश्रा की हत्या से हड़कंप मचा हुआ है. एयरफोर्स परिसर में एसएन मिश्रा को उनके घर में ही गोली मार दी गई थी. बता दें कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. अब पुलिस ने इस मामले का खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस ने एसएन मिश्रा हत्याकांड में एयरफोर्स स्टेशन में काम करने वाले सफाई कर्मी के बेटे और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है.
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पुलिस के मुताबिक सफाईकर्मी ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ मिलकर इस घटना की साजिश रची थी. पुलिस का कहना है कि चोरी-लूट की साजिश रची गई थी. इसी मकसद से ये लोग घर में दाखिल हुए थे. मगर इस दौरान हत्याकांड को अंजाम दे दिया गया.
सामने आई हत्या की पूरी कहानी
28 मार्च की रात सेंट्रल एयर कमांड के मुख्यालय के कैम्पस में एयर फोर्स के चीफ इंजीनियर की हत्या का पुलिस ने 3 दिन के अंदर खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक 28 मार्च की रात को आरोपी इंजीनियर के घर लूटपाट करने पहुंचा था. उसने इंजीनियर के घर के पीछे लगे दरवाजा का एक हिस्सा काट दिया था. CCTV के तार पहले ही काट चुका था. ऐसे में ड्राइंग रूम में लगे स्क्रीन ब्लैंक हो गए थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, आहट पाकर इंजीनियर एसएन मिश्रा और उनकी पत्नी वत्सला की नींद खुली. इंजीनियर सामने आए तो आरोपी ने गोली चला दी, जिससे उनकी मौत हो गई. इसके बाद आरोपी मौके से भाग निकला. पुलिस ने आरोपी, उसके मां-पिता को गिरफ्तार किया है. तीनों वारदात में शामिल थे. जांच में सामने आया कि बमरौली के लाल बिहारा के रहने वाले शिवकुमार और उसकी पत्नी सुनीता, दोनों वायुसेना कैंपस के घरों में साफ-सफाई का काम करते थे. इंजीनियर एसएन मिश्रा (सत्य नारायण) के घर भी आते-जाते थे.
बेटे की जमानत के लिए पैसे चाहिए थे
पुलिस के मुताबिक, शिवकुमार के बेटे सौरभ और हनी उर्फ गौतम आपराधिक प्रवृत्ति के हैं. हनी कौशाम्बी जेल में बंद है. उसके खिलाफ हत्या और लूट के मामले दर्ज हैं. हनी की जमानत कराने के लिए परिवार को पैसों की जरूरत थी, इसलिए उन्होंने मिलकर चीफ इंजीनियर के घर लूट को अंजाम देने की साजिश रची.
सौरभ ने मारी थी गोली
पुलिस का कहना है कि जैसे ही सौरभ आया तभी चीफ इंजीनियर का परिवार जग गया. मृतक ने जैसे ही खिड़की खोली, वह सौरभ को पहचान गए. इसी बीच डर की वजह से सौरभ ने गोली चला दी. चीफ इंजीनियर की हत्या का आरोपी सौरभ एयरफोर्स स्टेशन के पास लगे पेड़ पर चढ़ा था. उसको 9 फीट की दीवार पर लगे तारों में दौड़ रहे करंट के बारे में पता था.
पेड़ की एक डाल स्टेशन के अंदर जा रही थी. उसने उसी डाल पर उसने रस्सी बांधी और अंदर उतर गया. फिर हत्या करने के बाद सौरभ उसी रस्सी पर चढ़कर डाल पर आया और रस्सी को खोल लिया. पेड़ के सहारे वह वापस बाहर आ गया और अपने घर पैदल टहलता हुआ चला गया. पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपी शिवकुमार पासी, सुनीता देवी और हत्यारे सौरभ को गिरफ्तार कर लिया है.
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