Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. यहां तीन मासूम बच्चों को खोजने के लिए कानपुर पुलिस कई टीमें बनाकर 15 जिलों की खाक छान रही थी लेकिन बच्चें उन्नाव में रामलीला देख रहे थे. हैरानी की बात यह है कि बच्चे चूरन वाले नकली नोट का इस्तेमाल कर रहे थे.
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कानपुर के जूही इलाके में रहने वाले तीन बच्चे जिनकी उम्र क्रमशः 12-10 और 8 साल थी वह रविवार शाम को अचानक अपने घर से गायब हो गए थे. बच्चों के गायब होने के बाद कानपुर पुलिस में हड़कंप मच गया क्योंकि हाल ही में बादशाही नाका में एक पांच साल का बच्चा लापता हो गया था जिसकी बाद में हत्या कर दी गई थी.
तीन बच्चों के गायब होने का मामला सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने आधा दर्जन से ज्यादा टीमें बना दी और मामले की जांच शुरू कर दी गई.
प्रयागराज तक पहुंच गई पुलिस टीम
पुलिस के अधिकारियों ने फौरन एक टीम को प्रयागराज तक रवाना कर दिया तो वहीं दूसरी टीमे को अन्य जिले रवाना कर दिया गया. रातभर पुलिस बच्चों की तलाश करती रही. बताया जा रहा है कि सुबह पुलिस को उन्नाव से जानकारी मिली की तीनों बच्चे उन्नाव में मिले हैं. पुलिस की टीमें फौरन बच्चों को लेकर आई और जब बच्चों से पूछताछ की गई तो हर कोई हैरान रह गया.
पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वह तो उन्नाव में रामलीला देखने के लिए गए थे. उनके पास पैसे नहीं थे लेकिन उनके पास खेलने वाले नकली नोट थे. यहां तक की बच्चों ने उन खेलने वाले नकली नोटो से कोल्ड ड्रिंक भी पी ली. दुकानदार ने नोट लेते ही अपने गल्ले में रख दिया. बच्चों ने बताया कि वह उन्हीं पैसों से रामलीला देखने के लिए उन्नाव चले गए.
सुबह जब एक व्यक्ति ने इन बच्चों को अकेले देखा तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. उन्नाव पुलिस ने इन बच्चों के बारे में फौरन कानपुर पुलिस को सूचना दी और कानपुर पुलिस ने इन बच्चों ले आई. इस पूरे मामले पर डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया “बच्चों को खोजने के लिए 15 जिलों में सूचनाएं भेजी गई थी लेकिन तीनों बच्चे उन्नाव में मिले. यह नकली नोट चलाकर उन्नाव में रामलीला देखने गए थे”
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