Meerut News: करीब 4 दशक बाद मलियाना नरसंहार के पीड़ितों को इंसाफ की लड़ाई में हाथ लगी महज़ मायूसी. दरअसल मेरठ के मलियाना में 1987 में हुए दंगे पर जो फैसला आया तो मानों इन लोगों में मलाल और मायूसी के अलावा कुछ नहीं बचा. एडीजे 6 लखविंदर सूद की कोर्ट ने इस केस के 41 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. यूपी तक ने इस मामले में पीड़ितों से बात की. जानिए उनका पक्ष.
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Meerut court’s decision on Malyana massacre case.
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