महिलाओं को पीरियड्स या मासिक धर्म के दौरान मंदिर जाने या पूजा पाठ करने के लिए मना किया जाता है.
Credit:भजन मार्ग/इंस्टा
इसे लेकर वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद बाबा ने भी अपनी राय सामने रखी है.
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि शास्त्रों में इस बात का जिक्र है कि मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को कोई भी पूजा पाठ या ईश्वरीय अनुष्ठान नहीं करना चाहिए.
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वो आगे कहते हैं कि महिलाओं को मासिक धर्म में साप्ताहिक अनुष्ठान नहीं करना चाहिए. हां, लेकिन महिलाएं इस बीच भगवत चिंतन का गुणगान कर सकती हैं.
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महाराज जी आगे कहते हैं कि मासिक धर्म में शरीर अपवित्र होता है तो इसका मतलब आत्मा भी अपवित्र होती है क्योंकि आत्मा और शरीर आपस में जुड़े होते हैं.
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प्रेमानंद महाराज ने बताया कि मासिक धर्म में महिलाओं और बहनों को तीन दिनों तक मन से ठाकुर जी का नाम जप, भजन और भक्ति पूरे मन से करनी चाहिए. किसी भी हालत में भजन नहीं छोड़ना चाहिए.
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