मोहम्मद शमी के पिता की ये कहानी आपको इमोशनल कर देगी

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फोटो: मोहम्मद शमी/इंस्टा

World Cup 2023 में अपनी शानदार गेंदबाजी से धूम मचा रहे मोहम्मद शमी के करियर की शुरुआत आसान नहीं रही है.

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शमी को इस मुकाम तक पहुंचनाने में उनके पिता तौसीफ अली का बड़ा योगदान रहा है.

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बता दें कि खुद तौसीफ अली तेज गेंदबाजी का शौक और हुनर रखते थे.

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हालांकि उनका ये हुनर घर परिवार और जिम्मेदारियों के बीच ही दब कर रह गया.

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तब तौसीफ ने अपने इस हुनर की चमक अपने बेटे यानी मोहम्मद शमी में देखी.

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बता दें कि जब शमी 15 साल के थे तब उनके पिता उनकी गेंदबाजी से प्रभावित होकर उन्हें मुरादाबाद के एक क्रिकेट कोच के पास लेकर गए.

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फोटो: मोहम्मद शमी/इंस्टा

शमी के कोच भी उनकी तेज तर्रार गेंदों को देखकर हैरान रह गए थे.

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फोटो: मोहम्मद शमी/इंस्टा

उत्तर प्रदेश में जन्म लेने के बावजूद शमी का अपने प्रदेश की अंडर-19 टीम में चयन नहीं हो सका था.

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इसके बाद कोच की सलाह पर वह कोलकता गए और वहां डलहौजी क्रिकेट क्लब के लिए खेलना शुरू कर दिया.

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इस दौरान बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सहायक सचिव देवव्रत उनकी गेंदबाजी से प्रभावित हुए.

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इसके बाद उन्होंने शमी को मोहन बागान क्लब भेज दिया.

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मगर बाद में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें गेंदबाजी करते देखा और फिर शमी ने बंगाल की रणजी टीम में जगह बनाई.

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इसके बाद शमी ने भारतीय टीम के लिए 6 जनवरी 2013 को पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू किया.

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शमी ने अबतक साल 2015 और 2019 का विश्व कप खेला है.फिलहाल वह 2023 के वर्ल्ड कप में खेल रहे हैं.

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