बनारस जा रहे तो जरुर करें वहां के कोतवाल काल भैरव के दर्शन

1 Aug 2025

Credit:दीक्षा सिंह

धर्म की नगरी काशी के कोतवाल कहे जानें वाले काल भैरव बाबा के दर्शन के लिए हर रोज हजारों श्रद्धालु उनके दरबार में पहुंचते हैं.

मान्यतानुसार काल भैरव की अनुमति के बिना भगवान विष्णु भी काशी में नहीं आ सकते हैं. इसीलिए काल भैरव को काशी का कोतवाल कहा जाता है.

ऐसी मान्यता है कि अगर कोई काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने जा रहा है तो उसे काल भैरव का दर्शन भी जरुर करना चाहिए वरना आपकी यात्रा अधूरी मानी जाती है.

अगर आप भी इस वीकेंड पर बनारस घूमने जा रहे हैं तो इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, काल भैरव के दर्शन करने से भक्तों को उनके जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है और वे भय और नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहते हैं.

मंदिर के भीतर बाबा काल भैरव की चांदी की एक मर्ति है जो अपने सवारी कुत्ते पर विराजमान हैं.

वाराणसी काल भैरव मंदिर सुबह 5:30 बजे से रात 10:30 बजे तक खुला रहता है.

यह मंदिर वाराणसी के विशेश्वरगंज क्षेत्र में काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.