उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कुकरैल नदी के किनारे अतिक्रमण रोधी अभियान में अवैध इमारतों को गिराने का काम पूरा हो गया है.
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लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने बताया है कि बुल्डोजर सहित भारी मशीनों से लगभग 1169 अवैध आवासीय संपत्तियों और 100 से अधिक व्यावसायिक संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया गया है.
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अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि जिन लोगों के मकान तोड़े गए गए हैं उन्हें नए घर मुफ्त मिले हैं या अलग से कोई चार्ज या किस्त देनी होगी?
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मिली जानकारी के मुताबिक, 1000 रुपये एडवांस लेकर लोगों को मकान दिया गया है, जिसकी किस्त 2500 है और मकान 4 लाख 80 हजार रुपये का है.
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जो लोग किराए पर रह रहे थे, उनके लिए भी LDA ने सस्ते दरों पर घर देने की योजना बनाई है, ताकि वे भी स्थायी निवास पा सकें और किराए के बोझ से मुक्त हो सकें.
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गौरतलब है कि करीब 24.5 एकड़ भूमि पर अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए पिछले साल दिसंबर में ध्वस्तीकरण का काम शुरू किया गया था.
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क्षेत्र में 1320 से अधिक अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया गया है. इनमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के धार्मिक स्थल भी शामिल हैं.
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आपको बता दें कि योगी सरकार कुकरैल नदी के किनारे रिवर फ्रंट बनाकर इको टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती है.
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इसके लिए अकबरनगर में अवैध रूप से बने मॉल, शोरूम, गोदाम और आवासीय मकानों को ढहाया जा रहा है.
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