31 july 2025
अक्सर वजन बढ़ने, स्किन से जुड़ी कोई समस्या या फिर डायबिटीज के लक्षण दिखने पर लोग छीनी छोड़ने के लिए कहते हैं.
कुछ ऐसे हेल्थ एक्सपर्ट्स हैं जिनका मानना है कि चीनी बिल्कुल नहीं खानी चाहिए. वहीं कुछ का ऐसा मानना है कि शुगर को एकदम से भी नहीं छोड़ देना चाहिए.
इसे समझने के लिए हमारे सहयोगी द लल्लनटॉप ने डॉकटर सोहोम सिन्हा रॉय, लीड डाइटिशियन से बातचीत की है.
डॉक्टर सोहोम सिन्हा के अनुसार, कोई भी चीज अचानक बंद कर देना सही नहीं है. अगर आप लंबे समय से चीनी ले रहे हैं और एकदम से बंद कर देते हैं. तब आपको विड्रॉल सिम्पटम्स महसूस हो सकते हैं. यानी किसी चीज को छोड़ने के बाद दिखने वाले शारीरिक और मानसिक लक्षण .
उन्होंने बताया कि 'शुगर हमारे शरीर के रिवॉर्ड हॉर्मोन डोपामीन को एक्टिव करती है. ये हॉर्मोन आपका मूड सुधारता है. इसलिए इसकी आदत एक तरह का एडिक्शन (लत) बन जाती है. अगर आप अचानक शुगर छोड़ते हैं, तो बहुत सारी मानसिक और शारीरिक दिक्कतें हो सकती हैं.'
अगर शुगर लेना एकदम बंद कर दिया जाए, तो शरीर एनर्जी के लिए फैट और प्रोटीन पर निर्भर हो जाता है. ऐसे में आपको थकान, कमजोरी और ब्रेन फॉग की समस्या देखने को मिल सकती है.
इसके साथ ही पाचन तंत्र बिगड़ सकता है क्योंकि शुगर न मिलने पर पाचन तंत्र में मौजूद बैक्टीरिया को नए हालात में खुद को ढालना पड़ता है.
आपको लेट नाइट क्रेविंग्स हो सकती हैं यानी बेवक्त रात में खाने का मन करता है. खासकर चिप्स और पास्ता जैसी चीजें जिसमें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं.
ऐसे में चीनी एकदम से ना छोड़ दें. आप चाहें तो शुगर की जगह फल खा सकते हैं वो भी ऐसे फल जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो.