सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए बेहद पवित्र माना जाता है.
इस दौरान बेलपत्र शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है. अगर आप घर में बेलपत्र का पौधा लगाना चाहते हैं, तो सावन सबसे अच्छा है.
सावन में होने वाली बारिश और मिट्टी की नमी बेल के पौधे के विकास के लिए अनुकूल होती है. पौधा लगाने के लिए सुबह या शाम का समय चुनें जब धूप तेज न हो.
आप बेल का बीज खुद फल से निकाल सकते हैं या नर्सरी से तैयार पौधा खरीद सकते हैं. तैयार पौधा लगाने से जल्दी फल मिलते हैं और देखभाल आसान होती है.
बेल के पौधे के लिए दोमट या बलुई मिट्टी सबसे अच्छी होती है. इसे खुले स्थान या ऐसे गमले में लगाएं जहां अच्छी धूप मिलती हो.
गड्ढा कम से कम 1 फीट गहरा और चौड़ा करें. उसमें जैविक खाद (गोबर की खाद) मिलाएं और पौधा लगाएं. फिर हल्के हाथों से मिट्टी दबाकर पानी दें.
रोजाना हल्का पानी दें, लेकिन पानी जमा न होने दें. हर 15–20 दिन में खाद डालते रहें.
इतना करने के 2–3 साल में बेल का पेड़ फल देना शुरू कर देता है.