स्पंज में बैक्टीरिया जमा हो जाता है, इसलिए इसे हर 1-2 हफ्ते में बदलना चाहिए.
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कटिंग बोर्ड पर समय के साथ कटिंग बोर्ड पर खरोंचें आ जाती हैं, जो बैक्टीरिया को पनपने का मौका देती हैं. इन्हें तब बदलें जब ये घिस जाएं या इन पर दाग-धब्बे हो जाएं.
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डिश टॉवेल्स नमी और बैक्टीरिया को सोखते हैं, इसलिए इन्हें हर हफ्ते बदलना चाहिए.
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नॉन-स्टिक पैन की समय के साथ नॉन-स्टिक कोटिंग उतरने लगती है, जिससे यह सुरक्षित नहीं रहता. इन्हें तब बदलें जब कोटिंग खराब होने लगे.
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स्ट्रेनर (छानने की छलनी) समय के साथ टूट सकते हैं या उनका जाल फैल सकता है, इसलिए इन्हें बदलना जरूरी है.
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किचन गैस की पाइप भी खराब हो सकती है, जिससे रिसाव का खतरा होता है. इसे हर 1-2 साल में बदलना चाहिए.
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प्लास्टिक के कंटेनर भी खराब हो सकते हैं, टूट सकते हैं या उनमें बदबू आ सकती है. इन्हें हर 1-2 साल में बदलना चाहिए.
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