आजकल बाजार में फल और सब्जियों को जल्दी पकाने के लिए हानिकारक रासायनिक पदार्थ (जैसे कैल्शियम कार्बाइड) का इस्तेमाल किया जाता है.
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इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. अगर आप जानना चाहते हैं कि खीरे को कैमिकल से पकाया गया है या नहीं, तो आसान तरीकों से पहचान कर सकते हैं.
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रंग और चमक पर ध्यान दें: अगर खीरा असामान्य रूप से ज्यादा चमकदार या एक समान रंग का है, तो इसमें केमिकल की संभावना हो सकती है. प्राकृतिक खीरे का रंग थोड़ा असमान और मटमैला हो सकता है.
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गंध से पहचानें: कैमिकल से पके खीरे में एक हल्की तेज या कृत्रिम गंध हो सकती है. जबकि प्राकृतिक खीरे की खुशबू हल्की और ताज़गी भरी होती है.
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त्वचा की सतह देखें: अगर खीरे की ऊपरी सतह बहुत चिकनी और मुलायम है, तो संभव है कि उसमें कैमिकल लगाया गया हो. प्राकृतिक खीरे की त्वचा थोड़ी खुरदरी हो सकती है.
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कट करने पर रिएक्शन: कैमिकल से पके खीरे को काटने पर उसमें से झाग जैसा पदार्थ या तीखी गंध निकल सकती है. वहीं, असली खीरे में ऐसा नहीं होता.
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पानी में डालकर जांचें: खीरे के टुकड़े को पानी में डालें, अगर पानी का रंग बदलने लगे या सतह पर कोई लेयर दिखे, तो उसमें केमिकल हो सकता है.
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कैमिकल से पके खीरे का सेवन करने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त, और लिवर या किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. हमेशा स्थानीय और भरोसेमंद विक्रेता से ही ताज़ा खीरे खरीदें. उपयोग से पहले खीरे को अच्छी तरह धोकर और कुछ देर भिगोकर ही खाएं.
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