महिलाओं में मेनोपॉज एत नेचुरल प्रक्रिया है जो आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र के बीच होती है.
यह तब शुरू होता है जब ओवरिज एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हॉर्मोन का उत्पादन कम कर देते हैं. यहां हम आपको कुछ ऐसे संकेत के बारे में बताएंगे जो मेनोपॉज शुरू होने से पहले दिखाई देते हैं.
मेनोपॉज का सबसे आम और शुरुआती लक्षण पीरियड्सका अनियमित होना है.कभी-कभी ये बहुत कम आते हैं तो कभी बहुत ज़्यादा. धीरे-धीरे यह चक्र पूरी तरह से बंद हो जाता है.
दूसरा संकेत है हॉट फ्लैश यानी शरीर में अचानक गर्मी का एहसास होना.इसमें चेहरा और गर्दन लाल हो सकते हैं और पसीना आ सकता है. अगर यह रात में होता है तो इसे नाइट स्वेट्स कहते हैं जिससे नींद में खलल पड़ सकती है.
हॉर्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं के मूड में तेजी से उतार-चढ़ाव आते हैं. वे बिना किसी वजह के उदास, चिड़चिड़ी या चिंतित महसूस कर सकती हैं. यह हॉर्मोन के असंतुलन के कारण होता है.
मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं को सोने में परेशानी होती है. यह या तो हॉट फ्लैश या हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण हो सकता है. अच्छी नींद न मिल पाने से दिनभर थकान महसूस होती है.
एस्ट्रोजन के स्तर में कमी से वेजाइना में सूखापन बढ़ सकता है जिससे यौन संबंध बनाते समय असहजता या दर्द महसूस हो सकता है. इसके साथ ही कई महिलाओं में यौन इच्छा भी कम हो जाती है.