डायबिटीज के रोगियों को अपने खानपान को लेकर हमेशा सतर्क रहना पड़ता है, खासकर जब बात मीठे फलों या ड्राय फ्रूट्स की हो. किशमिश (सूखी अंगूर) एक हेल्दी स्नैक के रूप में जानी जाती है, लेकिन इसमें प्राकृतिक शुगर भी भरपूर होती है.
ऐसे में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज के मरीज इसे खा सकते हैं या नहीं? आइए जानते हैं इसके फायदे, नुकसान और सावधानियों के बारे में.
ऐसे में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज के मरीज इसे खा सकते हैं या नहीं? आइए जानते हैं इसके फायदे, नुकसान और सावधानियों के बारे में.
फाइबर से भरपूर: किशमिश में डाइटरी फाइबर होता है जो पाचन में मदद करता है और ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ने देता है.
मध्यम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI): इसका GI बहुत हाई नहीं है, इसलिए सीमित मात्रा में लेने पर यह ब्लड शुगर में अचानक उछाल नहीं लाता.
एंटीऑक्सिडेंट्स का स्रोत: किशमिश में पॉलिफेनोल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखते हैं और सूजन को कम करते हैं.
प्राकृतिक शुगर ज्यादा होती है: इसमें नैचुरल ग्लूकोज और फ्रुक्टोज अधिक होते हैं जो ज़्यादा खाने पर शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं.
मात्रा पर रखें नियंत्रण: किशमिश हेल्दी जरूर है लेकिन डायबिटिक व्यक्ति को 15–20 किशमिश से ज्यादा नहीं खानी चाहिए.
डायबिटीज के मरीज किशमिश खा सकते हैं, लेकिन सीमित मात्रा और संतुलन जरूरी है. बेहतर होगा कि इसे नट्स के साथ मिलाकर खाएं और डॉक्टर की सलाह जरूर लें.