डायबिटीज में खानपान को लेकर सावधानी बेहद जरूरी होती है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकती है. ऐसे में मीठे फलों को लेकर अकसर मरीजों में भ्रम रहता है.
पाइनएप्पल एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है, लेकिन इसमें नेचुरल शुगर भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है. तो क्या डायबिटीज के मरीज इसे खा सकते हैं? आइए जानते हैं इसके फायदे, सीमाएं और कुछ ज़रूरी सावधानियां.
सीमित मात्रा में सेवन करें: पाइनएप्पल में नेचुरल शुगर होती है, इसलिए डायबिटीज मरीज इसे ½ कप (75–100 ग्राम) तक सीमित मात्रा में ही खाएं.
फाइबर से भरपूर: इसमें डाइटरी फाइबर होता है जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने से रोकता है और पाचन को बेहतर बनाता है.
ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम है: पाइनएप्पल का GI (ग्लाइसेमिक इंडेक्स) मध्यम होता है, इसलिए इसे अन्य लो-GI फूड्स के साथ मिलाकर खाएं.
खाने के साथ सेवन करें: खाली पेट न खाएं, बल्कि खाने के साथ खाएं ताकि ब्लड शुगर स्पाइक से बचा जा सके.
जूस और डिब्बाबंद रूप न लें: इनमें अतिरिक्त शुगर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं जो शुगर लेवल को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
ब्लड शुगर मॉनिटर करें: पाइनएप्पल खाने के बाद अपने ब्लड शुगर लेवल पर नजर रखें, ताकि शरीर की प्रतिक्रिया को समझा जा सके.
डॉक्टर की सलाह लें: अगर शुगर लेवल अनियंत्रित है या इंसुलिन ले रहे हैं तो पाइनएप्पल खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.