प्रोटीन शरीर के निर्माण और मरम्मत में सबसे अहम भूमिका निभाने वाला पोषक तत्व है. यह न केवल मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है, बल्कि हार्मोन, एंजाइम और इम्यून सिस्टम को भी संतुलित करता है.
Picture Credit: AI
यदि शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता, तो धीरे-धीरे इसकी कार्यक्षमता पर गंभीर असर पड़ सकता है.
Picture Credit: AI
मांसपेशियों की कमजोरी और थकान: प्रोटीन की कमी से मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं, जिससे व्यक्ति को सामान्य कार्यों में भी थकान महसूस होने लगती है.
Picture Credit: AI
कमजोर इम्यून सिस्टम: प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा न होने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिससे बार-बार संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
Picture Credit: AI
बाल झड़ना और त्वचा संबंधी समस्याएं: प्रोटीन की कमी का असर सबसे पहले बालों और त्वचा पर दिखता है. बाल पतले और बेजान हो सकते हैं, जबकि त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है.
Picture Credit: AI
बच्चों में विकास रुकना: विकासशील उम्र में प्रोटीन की कमी बच्चों की लंबाई और शारीरिक विकास को प्रभावित करती है.
Picture Credit: AI
भूख में कमी और वजन घटाना: शरीर जब पर्याप्त प्रोटीन नहीं पाता, तो मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे भूख कम लगती है और बिना कोशिश के वजन घटने लगता है.
Picture Credit: AI
कैसे करें प्रोटीन की पूर्ति? आहार में अंडे, दूध, दालें, पनीर, सोया, मछली और चिकन शामिल करें. शाकाहारी लोग मूंगफली, चना, राजमा, टोफू और बादाम से प्रोटीन की पूर्ति कर सकते हैं. जरूरत हो तो डॉक्टर की सलाह से प्रोटीन सप्लीमेंट लें.
Picture Credit: AI