यूरोपियन हार्ट जर्नल डिजिटल हेल्थ में छपी स्टडी बताती है कि जो लोग रात दस से ग्यारह बजे के बीच सोते हैं उनमें हार्ट डिजीज का खतरा उन लोगों से कम होता है जो बहुत जल्दी या बहुत देर से सोते हैं.
बच्चे जो पांच से बारह साल के हैं उनके लिए रोजाना नौ से बारह घंटे की नींद जरूरी बताई गई है.इन्हें शाम सात बजकर तीस मिनट से नौ बजे के बीच सोना चाहिए. इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है.
टीनेजर्स जो तेरह से अठारह साल के हैं उन्हें आठ से दस घंटे नींद लेनी चाहिए. इनके लिए रात दस बजकर तीस मिनट से ग्यारह बजकर तीस मिनट तक सोना सही माना जाता है. ये दिमाग और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
एडल्ट्स जो अठारह से चौंसठ साल के हैं उनके लिए सात से नौ घंटे नींद जरूरी है. इन लोगों के लिए रात दस बजे ऐसी ग्यारह बजे सोना सबसे बेहतर है. बहुत देर या जल्दी सोने से थकान, डायबिटीज और हाई बीपी का खतरा बढ़ सकता है.
बुजुर्ग जो पैंसठ प्लस साल के हैं इनके लिए सात से आठ घंटे नींद जरूरी है. रात नौ बजे से दस बजे सोना उनके दिल और याददाश्त के लिए अच्छा है.