प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव नजर आते हैं. ये बदलाव सिर्फ अंदरूनी नहीं, बल्कि बाहरी भी होते हैं.अंदर से हार्मोनल उतार-चढ़ाव का असर पड़ता है तो बाहर से शरीर का आकार बदलने लगता है.
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जैसे-जैसे महीने आगे बढ़ते हैं, पेट का आकार बढ़ता जाता है, जिससे सोने में तकलीफ होने लगती है. महिलाएं सोच में पड़ जाती हैं कि सीधे लेटें या करवट लें. इस उलझन में कमर दर्द भी शुरू हो जाता है.
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अगर आप भी इस परेशानी से गुजर रही हैं तो हम आज आपको गर्भावस्था में सोने की सबसे अच्छी पोजिशन बताने जा रहे हैं. साथ ही हर ट्राइमेस्टर के हिसाब से सही तरीके की जानकारी भी देंगे.
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सोने की सही पोजिशन ट्राइमेस्टर और आपकी सुविधा पर निर्भर करती है. पहले ट्राइमेस्टर में आप पीठ के बल, पेट के बल या करवट लेकर सो सकती हैं. पेट के बल सोना शुरुआत में सुरक्षित होता है, लेकिन पेट बढ़ने के साथ यह मुश्किल हो जाता है.
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दूसरे ट्राइमेस्टर में करवट लेकर सोना सबसे बेहतर माना जाता है. अब सवाल यह है कि कौन सी करवट? जवाब है—बाईं ओर (लेफ्ट साइड). वहीं घुटनों के बीच तकिया रखने से आपके कूल्हे पर पड़ने वाले दबाव और रीढ़ की हड्डी के एलाइनमेंट को ठीक पोजिशन में लाने में मदद मिल सकती है.
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तीसरे और अंतिम ट्राइमेस्टर में भी बाईं करवट सोना सही माना जाता है. लेकिन अगर आपको ज्यादा असहजता हो तो कमर के नीचे तकिया लगाकर पीठ के बल थोड़ा ऊपर उठकर सो सकती हैं.
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