मखाना (फॉक्स नट्स) पोषण से भरपूर एक सुपरफूड है जिसे अगर सही तरीके से खाया जाए, तो इसके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं. खासकर जब मखानों को दूध में भिगोकर खाया जाए, तो यह शरीर के लिए बेहद लाभकारी होता है.
Picture Credit: AI
मखानों को दूध में कम से कम 2 से 3 घंटे भिगोकर रखना चाहिए. रातभर भिगोकर रखने से यह और भी ज्यादा नरम और पौष्टिक हो जाते हैं.
Picture Credit: AI
हड्डियों को बनाए मजबूत: मखाना और दूध दोनों में भरपूर कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस पाया जाता है. जब मखानों को दूध में भिगोकर खाया जाता है, तो शरीर को ये सभी पोषक तत्व एक साथ मिलते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं.
Picture Credit: AI
नींद में सुधार और मानसिक शांति: दूध में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफेन नामक अमीनो एसिड और मखाने में मौजूद मैग्नीशियम मिलकर तनाव को कम करते हैं और दिमाग को शांत रखते हैं. यह संयोजन बेहतर नींद लाने में मदद करता है.
Picture Credit: AI
ब्लड शुगर: मखाने में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह धीरे-धीरे शुगर रिलीज करता है. दूध में मौजूद प्रोटीन और फैट के साथ मिलकर यह मिक्स शरीर में शुगर को स्थिर बनाए रखता है, जिससे डायबिटीज रोगियों के लिए यह एक सुरक्षित और पौष्टिक स्नैक बन जाता है.
Picture Credit: AI
पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त: भीगे हुए मखाने डायजेस्ट करने में आसान होते हैं और इनमें मौजूद फाइबर आंतों को साफ रखने में मदद करता है। यह गैस, अपच और कब्ज की समस्या को दूर करता है और मेटाबोलिज़्म को बेहतर बनाता है.
Picture Credit: AI
त्वचा और बालों के लिए वरदान: दूध और मखाना दोनों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन और विटामिन B कॉम्प्लेक्स स्किन की कोशिकाओं की मरम्मत करते हैं. इससे त्वचा में निखार आता है, झुर्रियां कम होती हैं और बालों को जड़ों से पोषण मिलता है.
Picture Credit: AI
हार्मोनल बैलेंस में मददगार: मखाने में मौजूद प्राकृतिक तत्व जैसे फ्लावोनॉइड्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स महिलाओं में हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं. खासकर पीरियड्स की अनियमितता और मेनोपॉज़ के लक्षणों में यह काफी राहतदायक होता है.
Picture Credit: AI
सेवन का सही तरीका:1 कप दूध में 1 मुट्ठी (लगभग 8–10) मखाने डालकर रातभर भिगो दें. सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले सेवन करें. चाहें तो हल्का सा शहद या दालचीनी पाउडर भी मिला सकते हैं स्वाद बढ़ाने के लिए.
Picture Credit: AI