सावन का महीना शिव कृपा के लिए सबसे पवित्र मास माना जाता है. इस महीने में भोलेनाथ भक्तों के थोड़े से ही प्रयास से प्रसन्न हो जाते हैं.
ऐसे में सावन के महीने में शिवलिंग से जुड़े ये उपाय करके आप नवग्रहों को शांत कर सकते हैं.
ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, अगर सूर्य आपकी कुंडली में गड़बड़ है तो इसके लिए सावन में रोज सुबह जल में गुड़ मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें और शिवलिंग पर गुड़हल का पुष्प अर्पित करें. इसके बाद ओम आदित्याय नमः इस मंत्र का 108 बार जप करें.
अगर आपकी कुंडली में मंगल बिगड़ा हुआ है दुर्घटनाएं हो रही हैं, मुकदमे हो रहे हैं, कर्ज हो रहे हैं, सेहत खराब है.सावन में प्रत्येक मंगलवार या हर दिन शिवलिंग पर शहद और जल अर्पित करें. फिर ओम अंग अंगारकाय नमः मंत्र का जाप करें.
वहीं अगर बुध की वजह से जीवन में दिक्कत है, त्वचा की, ब्रेन की समस्या है, कान, नाक, गले या त्वचा के रोग हैं तो शिवलिंग पर 9 बेल पत्र अर्पित करें. साथ में जल में गुलाब जल मिला के शिवलिंग पर चढ़ाएं. इसके बाद ओम बुम बुधाय नमः इस मंत्र का 108 बार जप करेंगे.
बृहस्पति की शांति के लिए सावन में शिवलिंग पर जल अर्पित करें. शिवलिंग के किनारे बनी वेदी पर हल्दी लगाएं. इसके बाद ओम ब्रम बृहस्पतय नमः मंत्र का जाप करें. इसके बाद पीली मिठाई या भोग अर्पित करें.
अगर शुक्र आपका गड़बड़ है, वैवाहिक जीवन में दिक्कत है, करियर में समस्या है या फिर गंभीर स्वास्थ्य की समस्याएं हो रही हैं तो शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करें. इसके बाद सफेद सुगंधित फूल अर्पित करें. फिर ओम शुंग शुक्राय नमः का जाप करें.
वहीं अगर शनि ग्रह को शांत करना है तो शिवलिंग पर गन्ने का रस अर्पित करें. इसके बाद जल चढ़ाकर नीला फूल अर्पित करें. अब ओम शंग शश्वराय नमः मंत्र का जप करें. फिर शिव जी के मंदिर में घी का एक दीपक जलाएं.
राहु और केतु को शांत करने के लिए शिवलिंग पर जल और भांग-धतूरा अर्पित करें. इसके बाद ओम राम राहवे नमः का जाप 108 बार करें. और केतु के लिए ओम केतवे नमः का जाप 108 बार करें. इसके बाद शिव जी के मंदिर में एक लाल रंग की या पीले रंग की ध्वजा लाल या पीले रंग का झंडा चढ़ाएं.