अक्षय तृतीया का पर्व समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. इस दिन विशेष रूप से दीपक जलाने की परंपरा है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
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इस साल अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025, बुधवार को मनाई जाएगी. यह पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है.
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मुख्य दरवाजे के दोनों ओर दीपक लगाएं: घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती.
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घर के आंगन के बीचों-बीच दीपक लगाएं: आंगन के मध्य स्थान को ब्रह्म स्थान माना जाता है. यहां दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.
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घर के पूजा स्थान में दीपक लगाएं: जहां नियमित रूप से पूजा होती है, वहां दीपक जलाने से देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और घर में खुशहाली आती है.
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तुलसी के पौधे के पास दीपक लगाएं: तुलसी को पवित्र माना जाता है. इसके पास दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता का वास होता है.
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किचन में पानी रखने के स्थान पर दीपक लगाएं: किचन में पानी रखने की जगह को पितरों का स्थान माना जाता है. यहां दीपक जलाने से पितरों की कृपा बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है.
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