सावन का महीना भगवान शिव का महीना है. ऐसे में सावन के पहले सोमवार का खास महत्व होता है.
ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, सोमवार का दिन चंद्र ग्रह का दिन माना जाता है और चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं. ऐसे में इस दिन पूजा करने से ना केवल चंद्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी आसानी से मिल जाती है.
शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जिसको स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह की मुश्किल हो या दरिद्रता छाई हुई हो, ऐसे लोग अगर सावन के हर सोमवार पर विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करें तो उनके जीवन की तमाम समस्याएं दूर हो जाएंगी.
ऐसी मान्यता है कि मां पार्वती ने 16 सोमवार का उपवास रखा था और आज भी जिन बालिकाओं का जिन कन्याओं का विवाह नहीं हो पा रहा है वह सावन और उसके अलावा सोमवार का व्रत रखती हैं अच्छे विवाह के लिए.
सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है. सावन के सोमवार पर अगर आप पूजा उपासना करें, भगवान शिव का ध्यान करें तो आप किसी भी समस्या को बड़ी आसानी से दूर कर सकते हैं.
सावन के सोमवार को शिव जी की पूजा सर्वोत्तम मानी जाती है. प्रदोष काल में सूर्यास्त के 24 मिनट पहले और 24 मिनट बाद के समय में इस समय में इस दिन इस महीने में शिव जी की पूजा विशेष कल्याणकारी होती है.
सावन के सोमवार की पूजा कैसे कर सकते हैं? सुबह या प्रदोष काल में सूर्यास्त के आसपास के समय में स्नान करने के बाद शिव जी के मंदिर जाएं. घर से शिव जी के मंदिर जाएं और घर से लोटे में जल भरकर ले जाएं.मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें और भगवान को साष्टांग प्रणाम करें.
फिर 108 बार नमः शिवाय का जप करें. दिन में केवल फल ग्रहण करें. शाम के समय भगवान के मंत्रों का फिर से जप करें और भगवान शिव की आरती करें.
वहीं अगर किसी की शादी नहीं हो पा रही हो तो उसे अपनी उम्र के बराबर बेल पत्र लेकर हर बेल पत्र पर चंदन से राम लिखें. फिर एक-एक करके बेल पत्र शिवलिंग पर चढ़ाएं और हर बेल पत्र चढ़ाते समय कहें नमः शिवाय, नमः शिवाय, नमः शिवाय, का जाप करें और फिर प्रार्थना करें.
अगर आप ऐसा करते हैं तो निश्चित रूप से सावन के सोमवार को यह उपाय करने से आपका विवाह जल्दी होगा.