अध्यात्मिक विशेषज्ञों के अनुसार, जिनकी जन्मकुंडली में नौ ग्रहों से जुड़े दोष होते हैं उन्हें अक्सर कार्यों में विफलता और देवी–देवताओं की कृपा से दूर रहने की अनुभूति होती है.
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ऐसे ग्रहदोष को दूर करके सफलता और सकारात्मक ऊर्जा पाने का सबसे सरल उपाय है है इस मंत्र का जाप.
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सुबह उठकर सबसे पहले ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च गुरुश्च शुक्रः शनिराहुकेतवः कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम् मंत्र का जाप करें.
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इस मंत्र का अर्थ है कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव,सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु ये सभी मेरे प्रात: काल यानी सुबह को मंगलमय बनाएं.
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सुबह उठने के बाद इस मंत्र का जाप करने से सभी देवी-देवता और नौ ग्रहों की कृपा मिलती है.
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इस मंत्र के प्रभाव से पूरे दिन सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है.
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वहीं, इससे कुंडली में मौजूद ग्रह दोष दूर होते हैं और ग्रहों के अनुकूल होने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है.
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दूसरा, व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्य उदय से पहले ही बिस्तर छोड़ देना चाहिए क्योंकि जो व्यक्ति सुबह देर तक सोता है, उसे दुर्भाग्य का दंश झेलना पड़ता है
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