Atiq Ahmad news: हसरते लखनऊ, बसरते कानपुर, सुरमाई है बरेली और कातिलाना रामपुर, लेकिन अभी यूपी पुलिस को बरेली सुरमई नहीं लगी रही है. ये वो कांटा बन गई है, जो नासूर बनती जा रही है. जी हां, बरेली जेल वह अड्डा है, जो अतीक अहमद के भाई के लिए किसी राजघराने से कम नहीं था. आरोप है कि इस जेल में बैठे अतीक के भाई अशरफ ने प्रयागराज में ऐसी गोली बारी कराई कि योगी सरकार के कानून व्यवस्था को हिला दिया. अब यूपी पुलिस बरेली में खोद-खोदकर लोगों को निकाल रही है. अब तक पुलिस बरेली जेल में अशरफ को मदद पहुंचाने वाले 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
सबसे ताजी गिरफ्तारी पीलीभीत जेल के सिपाही मनोज कुमार की है. दरअअसल पुलिस के हाथ जब सीसीटीवी फुटेज लगी, तो उसके आधार पर गिरफ्तारी शुरू हो गई है. सिपाही मनोज पहले बरेली जेल में था, जिसे बाद में पीलीभीत भेज दिया गया था. अब पुलिस ने बुलाकर मनोज को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, पुलिस ने एक प्रॉपटी डीलर को भी गिरफ्तार किया है और साथ ही साथ एक पूर्व मंत्री की बेटी भी पुलिस के रडार पर है.
बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या से पहले 11 फरवरी को कथित तौर पर शूटर अतीक के भाई अशरफ से जेल में मिले थे. इसमें मामले में पुलिस ने भले ही 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन अशरफ को जेल में मदद पहुंचाने के आरोपी साले सद्दाम और उसके मददगार लाला गद्दी का खोज जारी है. इसमें सबसे अहम भूमिका लाला गद्दी की ही मानी जा रही है.
इस मामले से जुड़े हर घटनाक्रम को खबर की शुरुआत में शेयर की गई वीडियो रिपोर्ट में देखा और सुना जा सकता है.