सफाई कर्मी की संदिग्ध मौत: पीड़ित परिवार से मिलीं प्रियंका, मृतक की पत्नी का दर्द सुनाया

हिमांशु मिश्रा

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आगरा में पुलिस कस्टडी में कथित तौर पर सफाई कर्मी की संदिग्ध मौत के मामले ने अब यूपी में सियासी बवंडर का रूप ले लिया है. बुधवार रात कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आगरा पहुंचकर मृतक अरुण वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की. प्रियंका गांधी ने इस मुलाकात के बाद अरुण के परिवार के हवाले से आगरा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रियंका करीब 40 मिनट तक पीड़ित परिवार के साथ मौजूद रहीं.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि उनसे परिवार वालों ने कहा कि, अरुण को इलेक्टिक शॉट देकर मारा गया है. उन्होंने कहा, ‘मुझे बताया गया की और उनके परिवार से करीब वाल्मीकि समाज के 17 से 18 लोगों को पुलिस ने उठाया और उनकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की गई.’

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गहलोत सरकार से भी मुआवजे की मांग करेंगी प्रियंका

प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के बाद बताया कि अरुण का परिवार मुख्यत भरतपुर से संबंध रखता है. उन्होंने दावा किया कि वह गहलोत सरकार से भी मुआवजे के लिए बात करेंगी.

बीवी के हवाले से प्रियंका ने सुनाई कथित प्रताड़ना की दास्तान

प्रियंका गांधी ने मृतक अरुण की बीवी के हवाले से इस मामले में काफी गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रियंका गांधी ने कहा…

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अरुण की बीवी ने मुझे बताया कि सिर्फ महिलाओं ने ही नहीं बल्कि पुरुषों ने भी उनकी पिटाई की. उनके पति को बड़ी बेरहमी से पीटा गया है उनके हाथों में बांधकर उन्हें मारा गया है. अरुण की बीवी का आरोप है कि उसके पति को इलेक्ट्रिक शॉक दिया गया है. 4 दिन तक कर उनके परिवार को थाने में रखा गया बेरहमी से उन्हें पीटा गया. आज की सदी में यह सोच से परे है.

प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने बताया कि, ‘परिवार का आरोप है कि हम 2 बजे अरुण से मिले थे लेकिन 2:30 बजे जानकारी दी गई कि अरुण की मौत हो गई है.’

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पूरे घर को पुलिस ने किया तहस-नहस?

प्रियंका गांधी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पोस्टमॉर्टम के वक़्त परिवार का एक भी सदस्य मौजूद नहीं था. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट भी परिवार को नहीं सौंपी गई है.

प्रियंका गांधी ने आगे कहा…

भाई से तहरीर पर जबरन साइन करवाए गए. भाई को पढ़ना लिखना नहीं आता है. परिवार के घर जब में गई तो मैंने देखा घर को पूरे तरीके से रेनसेक किया गया है, उनके घर के पलंग तोड़े गए हैं, अलमारियां तोड़ी गई है सारे कपड़े बाहर फेंके गए और अरुण ने अपनी बहन की शादी के लिए जो घर में रखा था वह भी लेकर पुलिस वाले अपने साथ चले गए हैं.

प्रियंका गांधी

नाम लिए बिना लखीमपुर खीरी की घटना का किया जिक्र: प्रियंका गांधी ने इस दौरान परोक्ष रूप से लखीमपुर खीरी की घटना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘यह किस तरीके का देश बना रहे हैं हम? क्या किसी के लिए इस देश में न्याय नहीं है? न्याय सिर्फ मंत्रियों के लिए जिनके बेटे अन्याय करते हैं. सरकार चुप क्यों है? परिवार का आरोप है की हमें 10 लाख रूपए लेकर चुप रहने के लिए बोला गया लेकिन हमें न्याय चाहिए.’

सेल्फी खिंचवाने वाली महिला सिपाहियों के लिए भी की बात

प्रियंका गांधी ने इस दौरान उन महिला सिपाहियों का भी जिक्र किया जिन्होंने उनके साथ सेल्फी खिंचवाई. प्रियंका ने कहा, ‘जिन महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ सेल्फी खिंचवाई उनका भविष्य खराब करने से क्या मिलेगा? मैंने अपनी खुशी से उनके साथ सेल्फी खिंचवाई थी उन्होंने कौन सी बड़ी बुराई की मेरे साथ सेल्फी खिंचवा कर? अब उनका कैरियर बर्बाद किया जाएगा. उनके घर पर बच्चे हैं वह अपने परिवार के लिए काम आती हैं, संघर्ष करती है रोज.’

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