यूपी में फिर चुनावी दंगल, 10 मई को स्वार और छानबे सीट पर उपचुनाव, इस दिन आएंगे नतीजे

आशीष श्रीवास्तव

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UP Vidhansabha Byelection: उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में रामपुर की स्वार और मिर्जापुर की छानबे सीट पर 10 मई को चुनाव होंगे. गौरतलब है कि स्वार सीट पर सपा के अब्दुल्ला आजम की सदस्यता गई थी और वहीं छानबे सीट के विधायक राहुल कोल का निधन हुआ था, जिसके चलते दोनों जगह सीटें खाली हुई हैं. मिली जानकारी के अनुसार, उपचुनाव के लिए 20 अप्रैल नामांकन का आखिरी दिन होगा. 21 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 24 अप्रैल को नामों की वापसी और 10 मई को वोटिंग होगी जबकि 13 मई को रिजल्ट होगा घोषित होगा.

अब्दुल्ला की इस मामले में हुई थी सदस्यता रद्द

यूपी विधानसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “अब्दुल्ला आजम को 15 साल पुराने एक मामले में मुरादाबाद की अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता के अयोग्य घोषित कर दिया गया था.” लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अगर किसी जनप्रतिनिधि को दो साल या उससे ज्यादा की सजा सुनाई जाती है तो उसे तत्काल विधानसभा की सदस्यता के अयोग्य मान लिया जाता है और सजा काटने के बाद वह छह और सालों तक चुनाव नहीं लड़ सकता.

गौरतलब है कि मुरादाबाद की एक अदालत ने वर्ष 2008 में गलत तरीके से धरना-प्रदर्शन करने के मामले में पिछले सोमवार को आजम खां और अब्दुल्ला को दो-दो साल की सजा सुनाई थी. हालांकि अदालत ने दोनों को जमानत भी दे दी थी. दोनों पर 31 दिसंबर 2007 को रामपुर में स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर जांच के लिए दो जनवरी 2008 को अपना काफिला रोके जाने के विरोध में राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना प्रदर्शन कर रास्ता जाम करने का आरोप था. अब्दुल्ला दूसरी बार सदन की सदस्यता के अयोग्य घोषित किए गए थे. इससे पहले वर्ष 2020 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उनके चुनाव को रद्द कर दिया था. न्यायालय ने कहा था कि वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में स्वार सीट से जीत हासिल करने वाले अब्दुल्ला चुनाव लड़ने के लिए निर्धारित न्यूनतम आयु 25 वर्ष से कम उम्र के थे.

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अब्दुल्ला के पिता और रामपुर सदर सीट से तत्कालीन सपा विधायक आजम खां को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में नफरत भरा भाषण देने के मामले में रामपुर की अदालत ने पिछले साल अक्टूबर में तीन साल की सजा सुनाई थी, इसके बाद उन्हें भी विधानसभा की सदस्यता के अयोग्य घोषित कर दिया गया था. पिछले साल आठ दिसंबर को हुए रामपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा के आकाश सक्सेना ने आजम खां के करीबी सपा प्रत्याशी आसिम राजा को हराकर सीट पर पहली बार भाजपा का परचम लहराया था.

सबसे कम उम्र के विधायक बने थे कोल

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के छानबे विधानसभा क्षेत्र से अपना दल (एस) के विधायक राहुल प्रकाश कोल का फरवरी महीने में निधन हो गया था. वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और मुंबई के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. 40 साल के राहुल प्रकाश कोल 2017 विधानसभा चुनाव में सबसे कम उम्र के विधायक बने थे. वहीं अब उनकी सीट पर उपचुनाव होगा.

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