
कपास और ऊनी चटाई (ड्यूरीज) के लिए प्रसिद्ध जिला सीतापुर में 9 विधानसभा सीटें हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव में जिले की 7 विधानसभा सीटों पर सपा का कब्जा था और 2 सीटें बसपा के खाते में गई थी. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मोदी लहर में जिले की 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सपा और बसपा के खाते में 1-1 सीटें गई थी. विधानसभा चुनाव 2012 से 2017 में सभी विधानसभा सीटों पर तस्वीरें कैसी बदली, आइए एक नज़र डालते हैं.
महोली विधानसभा
सीतापुर विधानसभा
हरगांव विधानसभा
लहरपुर विधानसभा
बिसवां विधानसभा
सेवता विधानसभा
महमूदाबाद विधानसभा
सिधौली विधानसभा
मिश्रिख विधानसभा
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के शशांक त्रिवेदी ने 80 हजार 938 वोट पाकर सपा के अनुप कुमार गुप्ता को 37 हजार 17 वोटों से हराया था. बसपा के महेश चंद्र मिश्रा 60 हजार 917 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के अनुप कुमार गुप्ता ने 87 हजार 160 वोट पाकर बसपा के महेश चंद्र मिश्रा को 22 हजार 715 वोटों से हराया था. कांग्रेस के गया प्रसाद 29 हजार 89 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के राकेश राठौर ने 98 हजार 850 वोट पाकर सपा के राधे श्याम जायसवाल को 24 हजार 839 वोटों से हराया था. बसपा के अशफाक खान 52 हजार 181 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के राधे श्याम जायसवाल ने 58 हजार 370 वोट पाकर बसपा के अयूब खान को 10 हजार 298 वोटों से हराया था. बीजेपी के साकेत मिश्रा 43 हजार 979 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के सुरेश राही ने 1 लाख 16 हजार 680 वोट पाकर बसपा के रामहेत भारती को 44 हजार 995 वोटों से हराया था. सपा के मनोज कुमार राजवंशी 50 हजार 211 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर बसपा का कब्जा था. बसपा के रामहेत भारती ने 73 हजार 889 वोट पाकर सपा की आरपी चौधरी को 12 हजार 149 वोटों से हराया था. कांग्रेस की मंजरी राही 38 हजार 932 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थीं.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के सुनील वर्मा ने 79 हजार 467 वोट पाकर बसपा के मो. जासमीर अंसारी को 9 हजार 118 वोटों से हराया था. कांग्रेस के अनील कुमार वर्मा 70 हजार 349 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर बसपा का कब्जा था. बसपा के मो. जासमीर अंसारी ने 71 हजार 860 वोट पाकर कांग्रेस के अनिल कुमार वर्मा को 17 हजार 672 वोटों से हराया था. सपा के जहीर अब्बास 46 हजार 525 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के महेंद्र सिंह ने 81 हजार 907 वोट पाकर सपा के अफजल कौशल को 10 हजार 235 वोटों से हराया था. बसपा के निर्मल वर्मा 65 हजार 40 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के रामपाल यादव ने 74 हजार 441 वोट पाकर बसपा के निर्मल वर्मा को 7 हजार 349 वोटों से हराया था. कांग्रेस के विजय शंकर मिश्रा 21 हजार 833 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के ज्ञान तिवारी ने 94 हजार 697 वोट पाकर बीएसपी के मोहम्मद नसीम को 43 हजार 659 वोटों से हराया था. सपा के शिव कुमार गुप्ता 43 हजार 488 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के महेंद्र कुमार सिंह ने 49 हजार 510 वोट पाकर कांग्रेस के अमर रिजवी को 2 हजार 447 वोटों से हराया था. बसपा की रंजना वाजपेयी 39 हजार 208 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थीं.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट सपा के खाते में गई थी. सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा ने 81 हजार 469 वोट पाकर बीजेपी के आशा मौर्य को 1 हजार 906 वोटों से हराया था. बीएसपी के प्रदुम्मन वर्मा 45 हजार 50 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा ने 86 हजार 580 वोट पाकर बसपा के अहमद अंसारी को 19 हजार 589 वोटों से हराया था. कांग्रेस के मोहन प्रसाद 20 हजार 458 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बसपा के खाते में गई थी. बसपा के हरगोविंद भार्गव ने 78 हजार 506 वोट पाकर सपा के मनीष रावत को 2 हजार 510 वोटों से हराया था. बीएसपी के राम बख्स रावत 68 हजार 956 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के मनीष रावत ने 73 हजार 714 वोट पाकर बसपा के हरगोविंद भार्गव को 6 हजार 631 वोटों से हराया था. कांग्रेस के श्याम लाल रावत 30 हजार 775 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
मिश्रिख विधानसभा (SC)
2017: विधानसभा चुनाव 2017 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी के राम कृष्णा भार्गव ने 86 हजार 403 वोट पाकर बसपा के मनीष कुमार रावत को 20 हजार 672 वोटों से हराया था. सपा के राम पाल राजवंशी 61 हजार 231 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.
2012: विधानसभा चुनाव 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था. सपा के राम पाल राजवंशी ने 61 हजार 346 वोट पाकर बसपा के मनीष कुमार रावत को 1 हजार 522 वोटों से हराया था. कांग्रेस के राम कृष्णा 34 हजार 40 वोट पाकर तीसरे नंबर पर थे.