UP चुनाव: मायावती बोलीं- ‘पार्टियों ने हवाहवाई घोषणा पत्र जारी किए, इनके बहकावे में न आएं’

अलीम सिद्दीकी

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के 20 फरवरी को होने वाले तीसरे चरण के मतदान को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सियासी दल अपने प्रत्याशियों को फायदा पहुंचाने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को जालौन के उरई में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ-साथ समाजवादी पार्टी (एसपी) और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.

यूपी में सत्ता के महासंग्राम में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. बुंदेलखंड के जालौन में रैली को संबोधित करने पहुंचीं मायावती ने कहा, “इस सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और बेरोजगारी भी चरम पर है. बीजेपी सरकार में दलितों पर हुए अत्याचारों को दबा दिया जाता है.”

बीएसपी प्रमुख ने बीजेपी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा,

“बीएसपी सरकार में यूपी के लोग यहीं बसते थे, लेकिन बीजेपी सरकार में लोगों को रोजगार न मिला तो यहां से पलायन कर गए. बीएसपी सरकार ने दलित और अन्य वर्गों में जन्में संत-महापुरुषों को पूरा सम्मान दिया और इनके सम्मान में आगे भी कोई कमी नहीं की जाएंगी.”

मायावती

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मायावती बोलीं- ‘महंगाई ने कमर तोड़ रखी है’

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा, “पूरे प्रदेश में बेरोजगारी और महंगाई ने कमर तोड़कर रख दी है, लेकिन बीएसपी सरकार बनते ही यहां की समस्याओं को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.” उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि पहले की तरह ही उनकी सरकार में जो भी यहां के बेरोजगार युवक हैं, उनकी ‘रोटी-रोजी’ की व्यवस्था की जाएगी.

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बीजेपी सरकार पर हमलावर होते हुए बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा, “बीजेपी सरकार में लोगों का जाति और धर्म के नाम पर शोषण हो रहा है. बीएसपी की सरकार में किसी भी कीमत पर इस तरह का शोषण नहीं होने दिया जाएगा. सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय के लिए बसपा को सत्ता में लाना बहुत जरूरी है. सरकारें झूठे घोषणापत्र से सत्ता में आती हैं. पार्टियों ने हवाहवाई और प्रलोभन भरे घोषणा पत्र जारी किए हैं. सत्ता में आने के बाद इस पर अमल नहीं किया जाएगा, इनके बहकावे में न आएं.”

मायावती ने कहा, “बीएसपी अपना घोषणा पत्र नहीं जारी करती है. बीएसपी कहने में नहीं कार्य करके दिखाने में ज्यादा विश्वास रखती है.”

मायावती बोलीं- ‘बीजेपी के लोग अपनी संकीर्ण सोच को त्यागें, तभी देश का कुछ भला संभव’

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