बात कश्मीर की हो रही थी, बीच में आया राजा भैया वाला सवाल तो गजब का जवाब दे गए अखिलेश यादव

आयुष अग्रवाल

UP News: अखिलेश यादव ने राजा भैया को लेकर एक ऐसी टिप्पणी की है, जिसके बाद सपा चीफ और रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का रिश्ता चर्चाओं में आ गया है.

ADVERTISEMENT

Akhilesh Yadav On Raja Bhaiya, Akhilesh Yadav, Akhilesh Yadav News, Raja Bhaiya, Raja Bhaiya News, up news, up politics, अखिलेश यादव, राजा भैया, सपा, यूपी न्यूज
Akhilesh Yadav, Raja Bhaiya
social share
google news

Akhilesh Yadav On Raja Bhaiya: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में भारी गुस्सा है. राजनीतिक दलों के नेता भी इस घटना पर अपना-अपना बयान जारी कर रहे हैं और प्रतिक्रिया दे रहे हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लेकर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष और यूपी के बाहुबली रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का भी रिएक्शन आतंकियों के कायराना हमले पर आया है. 

इसी बीच अखिलेश यादव ने राजा भैया को लेकर भी कुछ ऐसा कह दिया है, जो चर्चाओं में आ गया है. दरअसल अखिलेश यादव ने लखनऊ स्थित सपा कार्यालय में मीडिया से बात की. इस दौरान उनसे पूछा गया कि राजा भैया ने कश्मीर टूरिज्म के बॉयकॉट की अपील की है. इसको लेकर उनका क्या कहना है? 

अखिलेश ने राजा भैया को लेकर ये कह दिया

इस सवाल पर अखिलेश यादव ने राजा भैया को लेकर साफ कहा, हमारा कोई परिचय उनसे नहीं है. इसी के साथ अखिलेश ने राजा भैया के बयान पर भी कोई रिएक्शन नहीं दिया.

यह भी पढ़ें...

राजा भैया ने लोकसभा चुनाव में दिया था सपा का साथ

आपको बता दें कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने साल 2024 में हुए लोकसभा चुनावों में कथित तौर से सपा का साथ दिया था.इसके बाद ऐसा लगा था कि सालों बाद राजा भैया और सपा की दूरियां कम हुई हैं. यहां तक की अखिलेश यादव की प्रतापगढ़ में हुई चुनावी जनसभा में भी अखिलेश के सामने राजा भैया जिंदाबाद के खूब नारे लगे थे और राजा भैया के समर्थक भारी संख्या में अखिलेश की जनसभा में शामिल हुए थे. 

इस दौरान अखिलेश यादव ने भी बिना नाम लिए राजा भैया का भी जिक्र कर दिया था. उन्होंने इशारों ही इशारों में राजा भैया के समर्थन पर अपनी खुशी भी जता दी थी. समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था, जो थोड़ा बहुत नाराज थे, वह भी आज हमारे साथ हैं. मगर अब अखिलेश यादव ने साफ कह दिया है कि उनका उनसे (राजा भैया) से कोई परिचय नहीं है. इसके बाद से चर्चाएं शुरू हो गईं हैं कि आखिर राजा भैया और अखिलेश के बीच अब क्या हो गया? आखिर लोकसभा चुनाव के बाद ऐसा क्या हुआ कि इन दोनों में फिर दूरियां बढ़ गईं? 

माना जा रहा है कि अखिलेश यादव इस समय पीडीए फॉर्मूले पर सवार हैं और ठाकुर-राजपूतों को निशाने पर ले रहे हैं. माना जा रहा है कि इस समय शायद अखिलेश बड़े ठाकुर-राजपूत नेताओं से दूरी बना रहे हैं, इसलिए ही सपा चीफ का ये रिएक्शन सामने आया है. माना ये भी जा रहा है कि करणी सेना मामले को लेकर भी अखिलेश यादव ने राजा भैया को लेकर ये टिप्पणी की है, क्योंकि आगरा में करणी सेना ने जब सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर हंगामा किया था, तो घायल करणी सेना के कार्यकर्ताओं के साथ राजा भैया ने वीडियो कॉल की थी.

मुलायम सिंह यादव के काफी करीब रहे हैं राजा भैया

आपतको बता दें कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के काफी करीब रहे हैं. मुलायम सिंह की सरकार में राजा भैया कैबिनेट मंत्री तक बने थे. राजा भैया की गिनती मुलायम सिंह यादव के करीबियों में की जाती थी. यहां तक की राजा भैया की शादी में भी मुलायम सिंह यादव ने अहम किरदार निभाया था. ऐसे में राजा भैया का यादव परिवार से पुराना और गहरा संबंध रहा है. 

2023 में हाथ भी मिला चुके हैं दोनों नेता

साल 2023 में भी दोनों नेताओं (अखिलेश और राजा भैया) में करीबी रही थी. दरअसल लखनऊ के ताज होटल में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता अरविंद सिंह गोप के भतीजे की शादी का कार्यक्रम था. कार्यक्रम में सपा चीफ अखिलेश यादव भी पहुंचे थे. इस दौरान राजा भैया भी कार्यक्रम में पहुंच गए थे. तभी राजा भैया और अखिलेश यादव एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए थे और दोनों नेताओं ने आगे आते हुए और मुस्कुराते हुए एक-दूसरे से हाथ मिलाया था. 

राजा भैया ने कश्मीर हमले को लेकर ये बोला

बता दें कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने हिंदुओं से कश्मीर टूरिज्म के बॉयकॉट की मांग की है. उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा था,  कश्मीर में हिन्दू तो पहले ही मारे काटे जा चुके हैं, जो जान बचाकर भागने में सफ़ल रहे वे अपने ही देश में आज भी शरणार्थी हैं. अब अपने पर्यटक भाई बहनों से कहना चाहूंगा कि जब हम अपने बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में कश्मीर घुमाने ले जाते हैं तो न सिर्फ अपने परिवार के जीवन को खतरे में डालते हैं बल्कि आतंकवादी, अलगाववादी, जेहादी ताकतों को आर्थिक रूप से मजबूत करते हैं, इतना ही नहीं हम अनजाने में अपने ही ख़िलाफ़ छिड़े ‘जेहाद’ को अपनी ही जेब से फ़ंड करते हैं. डल झील में नावों पर सपरिवार सेल्फी लेकर हम विश्व को ये संदेश देते हैं कि कश्मीर में अमन चैन है, लेकिन आज फिर एक बार असलियत सबके सामने आ गयी.

राजा भैया ने आगे लिखा था,  इसमें कोई शक नहीं कि कश्मीर में लगभग सभी की मानसिकता अलगाववादी है, कोई प्रत्यक्ष तो कोई परोक्ष रूप से आतंक का समर्थन करता है, और वहां के राजनैतिक दल भी इसका अपवाद नहीं हैं, ऐसे में हम कश्मीर जाकर होटल, भोजन, ख़रीदारी करके उनके अल-जेहाद को ही बल देते हैं. जिन पर्यटकों की उनके परिजनों के सामने बर्बर हत्या की गयी उनकी पैंट उतरवा कर आतंकवादियों ने ये तय किया कि वो मोमिन है या क़ाफ़िर. उन्होंने आगे लिखा,  कलावा देख के और वस्त्र उतारकर धर्म देखने के बाद गोली मारने वाले आतंकियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आतंकवाद का मज़हब होता है.

    follow whatsapp