SP नेता राजीव राय का दावा- ’15 घंटे की छानबीन के बाद आयकर विभाग को 17000 रुपये ही मिले’
समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय के मऊ स्थित आवास पर 18 दिसंबर की सुबह से ही इनकम टैक्स विभाग की…
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समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय के मऊ स्थित आवास पर 18 दिसंबर की सुबह से ही इनकम टैक्स विभाग की टीम की ओर से छापेमारी की कार्रवाई की गई. लगभग 15 घंटे से ज्यादा तक चली इस कार्रवाई के बाद इनकम टैक्स के अधिकारी एसपी नेता के घर से बाहर निकले.
हालांकि, छापे के दौरान क्या-क्या बरामदगी हुई, इस बात की जानकारी देने से इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी बचते रहे. उधर, इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों के जाने के बाद राजीव राय लगभग 15 घंटे बाद अपने घर से बाहर निकले और समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर उनका स्वागत किया.
राजीव राय का दावा है कि उनके घर पर 15 घंटे तक छानबीन करने के बाद आयकर विभाग की टीम को महज 17 हजार रुपये ही मिले. उनके मुताबिक, इससे पहले कभी न उन्हें कोई नोटिस मिला और न ही पूछताछ हुई.
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घर से बाहर आने के बाद एसपी नेता ने कहा,
“मैं सबसे पहले अपने सभी साथियों को धन्यवाद देना चाहता हूं और मैं भावुक और अभिभूत हूं. मैं अपने सारे कार्यकर्ताओं के सामने नतमस्तक हूं. 15 घंटे की पूछताछ में उनको 17 हजार रुपये मिले हैं. कुछ भी नहीं मिला है. मैं स्वागत करता हूं योगी जी, मोदी जी और भी भेजिए. मेरे नाम के सामने ना आज तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड था, ना है और ना कभी आगे रहेगा. मैं जनेश्वर मिश्रा का शिष्य हूं और अखिलेश यादव और नेताजी का सिपाही हूं और समाजवादी कार्यकर्ता हूं. हम नहीं डरेंगे.”
राजीव राय
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उन्होंने कहा, ”अगर मऊ के लोगों को करोना काल में घर-घर राशन पहुंचाना, दवाई पहुंचाना, लोगों का इलाज करवाना अगर अपराध है, तो मैं रोज ऐसे अपराध करूंगा.
राय ने कहा, ”अधिकारी मेरे साथ गलत बर्ताव नहीं कर रहे थे यह बात मैं झूठ नहीं बोलूंगा, लेकिन जो काम दो घंटे में हो जाता, मेरे मां-बाप, परिवार को बंधक बनाकर रखा गया सुबह से, मेरे रिश्तेदारों को बंधक बनाकर रखा गया. यह कहीं ना कहीं ऊपरी ताकत दिखा रही थी.”
एसपी नेता ने कहा, ”क्लेरिफिकेशन मांगा जाता है, लेकिन सीधे चुनाव से पहले अगर आप हमारे यहां छापा मारते हैं तो अधिकारियों का कोई दोष नहीं है. अधिकारी तो अपना काम निभा रहे हैं उनसे कोई शिकायत नहीं है लेकिन यह कहानी अपने आप में बयां करती है कि मुझे आज से पहले कोई नोटिस नहीं मिला था और ना ही मुझसे कोई पूछताछ हुई थी. मेरा हर साल इनकम टैक्स फाइल होता है और कभी कुछ नहीं मिला था.”
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