किसानों को समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है: PM मोदी

यूपी तक

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को महोबा में अर्जुन सहायक परियोजना सहित कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ” जवन महोबा की धरा में, आल्हा-उदल और वीर चंदेलों की वीरता कण-कण में समाई है. वा महोबा के वासियन को हमाओ कोटि-कोटि प्रणाम पहुंचे.”

3 कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, ”किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है.”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं. किसानों के नाम से घोषणाएं करते थे, लेकिन किसान तक पाई भी नहीं पहुंचती थी, जबकि पीएम किसान सम्मान निधि से हमने अब तक 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में भेजे हैं.”

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा, ”

  • ”बीते सात वर्षों में हम कैसे सरकार को बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने तक लाए हैं. यह महोबा उसका उदाहरण है.”

ADVERTISEMENT

  • ”कुछ साल पहले ही मैंने देश की करोड़ों मुस्लिम बहनों से वादा किया था कि मैं तीन तलाक से उन्हें मुक्ति दिला कर ही रहूंगा. वह वादा भी मैंने बुंदेलखंड की धरती से किया था. वह वादा पूरा भी हो गया.”

  • ”तीन हजार करोड़ से अधिक की लागत से बनी सिंचाई परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों को लाभ होगा. चार लाख से अधिक लोगों को पीने का शुद्ध पानी भी मिलेगा. पीढ़ियों से जिस पानी का इंतजार था, वह इंतजार आज खत्म होने जा रहा है.”

  • ADVERTISEMENT

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुरु नानक देव ने कहा है कि पानी को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि पानी से सारी सृष्टि को जीवन मिलता है.

    उन्होंने कहा, ”आज अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली बांध परियोजना, भावनी बांध परियोजना और मझगांव-चिल्ली स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजना का लोकार्पण करने का मुझे सौभाग्य मिला है.”

    पीएम मोदी ने कहा कि यही चित्रकूट, यही बुंदेलखंड है जिसने प्रभु श्रीराम का साथ दिया, लेकिन समय के साथ यह क्षेत्र पानी की चुनौतियों और पलायन का केंद्र कैसे बन गया, क्यों इस क्षेत्र में लोग अपनी बेटी को ब्याहने से कतराने लगे, यह बात यहां के लोग अच्छी तरह से जानते हैं.

    प्रधानमंत्री ने कहा,

    • ”पहले की सरकार चलाने वालों ने ताल-तलैया के नाम पर फीते तो बहुत काटे लेकिन ये नहीं बताया कि बिना भू-जल संरक्षण के नलों में ताल-तलैयों में पानी कैसे आएगा.”

    • ”पिछली सरकारों ने अपने परिवार के लिए तो सब कुछ किया, लेकिन बुंदेलखंड को बूंद-बूंद के लिए तरसा दिया.”

    • ”दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखी हैं. पहली बार बुंदेलखंड के लोग यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार देख रहे हैं.”

    विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, ”इस कटु सत्य को कोई भी भुला नहीं सकता कि वो प्रदेश को लूटकर कभी नहीं थकते थे और हम काम करते हुए कभी नहीं थकते. वो समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समस्या के समाधान के रास्ते निकालते हैं.”

    अचानक कैसे हुआ 3 कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला? पढ़िए किस तरह बदल गया BJP का रुख

      follow whatsapp

      ADVERTISEMENT