डिप्टी CM केशव मौर्य ने क्यों कहा- ‘अखिलेश को जेल जाने की जरूरत पड़ रही है’, जानें मामला

संतोष शर्मा

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में विपक्षी दलों को न्योता देने पर कहा कि कांग्रेस के द्वारा चाहे सपा को न्योता दिया जाए चाहे सपा के द्वारा कांग्रेस को न्योता दिया जाए यह सब आपस में एक हैं. भाजपा के खिलाफ हैं, यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक हैं. इन सब के एजेंडे सेट हैं, कोई भ्रष्टाचारी है, कोई तुष्टीकरणवादी है तो कोई परिवारवादी है.

डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि ‘किसी को भारत में विकास अच्छा नहीं लगता, किसी को धारा-370 हटाया जाना अच्छा नहीं लगता, किसी को रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण अच्छा नहीं लगता. जब बहुत कुछ सबको अच्छा नहीं लगता तो सभी एक हैं. लेकिन सब एक होकर के भी यह भारतीय जनता पार्टी का कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे.’

केशव मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2024 में पीएम बनाने के लिए मोदी का डंका बज रहा है. बीजेपी का भी डंका बज रहा है. उत्तर प्रदेश में हमें पूरा विश्वास है कि 80 में से 80 सीटें बीजेपी और उसके गठबंधन को मिलेगी.

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के जेल में जाकर मिलने और गुजरात मॉडल पर मैनपुरी मॉडल भारी होने के बयान पर पर केशव मौर्य ने कहा कि आजमगढ़ मॉडल उनको कैसा लगा था. यह पूछना चाहिए था. मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव का निधन हुआ था, भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव लड़ा था लेकिन आक्रामक ढंग से चुनाव नहीं लड़ा था. मैनपुरी का चुनाव मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि है.

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डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि अखिलेश यादव यह समझे कि गुंडों दंगाइयों माफियाओं के बल पर समाजवादी पार्टी का कोई भविष्य नहीं है. समाजवादी पार्टी के जितने विधायक-नेता हैं, वह अधिकतर जेल में हैं, इसलिए उनको जेल जाने की जरूरत पड़ रही है, क्योंकि जो समाजवादी पार्टी का जन्म है वह राजनीति का अपराधीकरण और अपराधियों का राजनीतिकरण करने का है. अगर वह जेल जाने की व्यवस्था करेंगे तो वह भी जेल जाएंगे.

बता दें कि सोमवार को झांसी जेल में बंद पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव से अखिलेश यादव मुलाकात करेंगे. 

केशव मौर्य ने कहा कि कल (रविवार) मैं राहुल गांधी और अखिलेश यादव का ट्वीट देख रहा था. अटल बिहारी वाजपेई और महामना मदन मोहन मालवीय दोनों भारत रत्न हैं, इन दोनों के लिए ट्वीट करने की जरूरत नहीं महसूस की. इनके ट्वीट करने से महापुरुषों के कद में घटोत्तरी या बढ़ोतरी नहीं होती है लेकिन यह इनके संस्कार हैं. उसका संदेश जाता है कि किस प्रकार कल्याण सिंह का निधन हुआ और अखिलेश यादव लखनऊ में रहते हुए श्रद्धांजलि देने नहीं गए थे. यह उनका संस्कार है.

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डिप्टी सीएम ने कहा कि मुलायम सिंह यादव हमारे वैचारिक विरोध में रहते थे लेकिन उनका निधन हुआ तो पूरी भारतीय जनता पार्टी का कोई ऐसा नेता नहीं रहा होगा जिसने श्रद्धांजलि ना दी हो. भाजपा के संस्कार में और सपा बसपा कांग्रेस के संस्कार में यही अंतर है.

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस देश में धर्मांतरण प्रलोभन देकर कराना गलत है. अपना भेष बदलकर, धर्म बदकर, नाम बदलकर किसी बहन बेटी को अपने प्रेम जाल में फंसाकर फिर उससे विवाह करना और फिर उसकी दुर्गति करना या मौत के घाट उतार देना, यह भारत में या उत्तर प्रदेश में नहीं चलने वाला है. अगर कोई इस चरित्र का समर्थन करता है तो यह गलत है.

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