कुछ दिन पहले ही नीतीश कुमार-तेजस्वी से हुई भेंट, अब लालू यादव की कुशलक्षेम पूछ आए अखिलेश

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UP Political News: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों को लेकर एक बार फिर सियासी रण सजा हुआ है. बीजेपी जहां इन चुनावों को जीतकर ‘ट्रिपल इंजन’ की सरकार हो जाने का ख्वाब संजोए हुए है, तो अखिलेश भी सियासी दांव चल रहे हैं. निकाय चुनाव में ठनाठनी के बीच अखिलेश यादव की नजरें 2024 के लोकसभा चुनावों पर भी हैं. इसी क्रम में पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लखनऊ आकर अखिलेश यादव से मुलाकात की. अब अखिलेश खुद लालू यादव से मुलाकात कर आए हैं.

गुरुवार को अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली. पूर्व सीएम अखिलेश ने लिखा कि, ‘आदरणीय लालू जी से एक ‘कुशलक्षेम-मुलाक़ात’.’ इस तस्वीर में लालू यादव चौकी पर बैठे नजर आ रहे हैं और अखिलेश उनके सामने कुर्सी पर हैं.

अखिलेश की यूपी के बाहर के दिग्गजों से भेंट के क्या हैं सियासी मायने?

अखिलेश की इस मुलाकात के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. असल में अखिलेश यादव 2024 के चुनावों के लिए यूपी में खुद को विपक्ष के चेहरे के तौर पर स्थापित कर रहे हैं. अखिलेश का पूरा दांव इस बात को लेकर है कि 2024 के चुनावों में जब वोटिंग हो रही हो, तो बीजेपी के खिलाफ जाने वाले वोटर्स उनके नाम पर ही वोट कास्ट करें. यही वजह है कि अखिलेश विपक्ष के दिग्गज नेताओं जैसे लालू, नीतीश, ममता, केसीआर इत्यादि से लगातार भेंट कर रहे हैं.

यूपी में विपक्षी गठबंधन की स्टेयरिंग रखना चाहते हैं अपने हाथ

अखिलेश की ऐसी कवायद के कुछ और राजनीतिक निहातार्थ निकाले जा रहे हैं. यूपी में 2024 की लड़ाई के लिए कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टी भी तमाम प्रयास कर रही है.अखिलेश बार-बार कई मंचों से यह बात साफ कर चुके हैं कि कांग्रेस को ऐसी क्षेत्रीय पार्टियों का हाथ मजबूत करना चाहिए, जो अलग-अलग प्रदेशों में बीजेपी को टक्कर दे रही हैं. साफ है कि अखिलेश यादव विपक्ष के गैर कांग्रेसी चेहरों से मुलाकात कर यूपी में अपनी स्थिति को बीजेपी के विरोध की राजनीति के सापेक्ष और मजबूत करना चाहते हैं.

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