
भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) के अध्यक्ष एवं बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह इन दिनों विवादों में घिरे हैं. उन पर महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. जंतर मंतर पर सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना खत्म हो चुका है. मगर तीन दिनों तक चले धरने के दौरान पार्टी ने खुलकर इस मामले में अपने सांसद का बचाव नहीं किया. वहीं अब सोशल मीडिया पर बृजभूषण शरण सिंह के समर्थक उनके लिए एक कैंपन चला रहे हैं. वहीं अब अपने उपर चल रहे कैंपेन पर बृजभूषण सिंह परेशान नजर आए हैं और अब उनसे ये अपील की है.
WFI विवाद के बाद सोशल मीडिया पोस्ट्स को लेकर बृज भूषण सिंह ने ट्वीट कर कहा कि बोले मैं दल से बड़ा नही हूं.
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक स्लोगन, ग्राफ़िक्स, हैशटैग की जानकारी मिली है. ऐसा कुछ भी जिससे किसी राजनैतिक दल, सामाजिक संगठन, सम्प्रदाय या जाति-धर्म की गरिमा को नुकसान पहुंचे उसके प्रति मेरी असहमति है. मैं ऐसे पोस्ट और ट्रेंड्स का खंडन करता हूं. मै दल से बड़ा नहीं हूं, मेरा समर्पण मेरी निष्ठा प्रमाणिक है. उन्होंने आगे कहा कि मेरे शुभचिन्तक और समर्थक कृपया ऐसे पोस्ट से दूर रहें, लाइक तो क्या कुछ कमेंट भी न करें.
बता दें कि खेल मंत्रालय की ओर से जांच के लिए एक समिति बनाने के ऐलान के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म किया है. भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से भी पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. इस पूरे मामले की गूंज सोशल मीडिया पर भी जमकर सुनी जा रही है.
बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में भी उनके समर्थक जमकर बैटिग कर रहे हैं. ट्विटर पर बृजभूषण सिंह के समर्थन में कई लोग अपनी राय रख रहे हैं और बृजभूषण नहीं तो भाजपा नहीं ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है. बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच दंगल में खेल मंत्रालय को रेफरी के तौर पर एक्शन में देखा जा रहा है. पिछले 5 दिनों से लगातार खेल मंत्रालय पूरे मामले में एक्टिव है और कड़े फैसले लेने से नहीं हिचक रहा है. शनिवार शाम खेल मंत्रालय ने WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को अनुशासहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही पहलवानों के आरोपों की जांच पूरी होने तक पर तत्काल रोक लगा दी.