
देश में अब लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों की नजर 80 सांसद वाले उत्तर प्रदेश पर है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं के साथ मीटिंग कर रणनीति बना रहे हैं. इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने कहा है कि जाति जनगणना हर हाल में होनी चाहिए, जब तक जाति जनगणना नहीं होगी न्याय नहीं मिल सकता है.
अखिलेश यादव ने बिहार में जातिगत जनगणना कराने के नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के फैसले की तारीफ की है.
लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने रविवार को नीतीश कुमार की तारीफ की और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर बरसे. सपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने कहा कि जाति जनगणना कोई आज की मांग नहीं है. अंग्रेजों ने किसी जमाने में इस पर समझौता किया और संविधान के अधिकार तभी मिल सकते हैं जब जाति जनगणना सही पता होगा. समाजवादियों का मानना है कि जाति जनगणना होनी चाहिए, हमारी सरकार जैसे ही बनेगी हम जाति जनगणना कराएंगे.
बता दें कि यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सरकार बनने पर सूबे में जातिगत जनगणना कराने का ऐलान किया था.
उन्होंने भी अपनी चुनावी रैलियों के दौरान सरकार बनने के तीन महीने के भीतर इसे शुरू करने का वादा किया था. अपने हालिया तेलंगाना दौरे के बारे में अखिलेश यादव ने कहा कि वह वहां तेलंगाना के मुख्यमंत्री के निमंत्रण पर गए थे, उन्होंने कई अन्य मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया था. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज गरीब या कोई भी न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता. भाजपा निजीकरण की राह पर चल रही है, आज भाजपा उन कानूनों को बना रही है. जिससे सरकार निजी हाथों में चली जाए. इन समस्याओं को समाजवादी विचारधारा ही खत्म सकती है. अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास सिर्फ 398 दिन बचे हैं. उन्होंने दावा किया कि भाजपा इस बार 80 सीटें हारेगी.