चंदौली: छठ में व्रती महिलाएं करती हैं घोड़ों की पूजा, जानें इस अनोखी परंपरा की क्या है वजह
भगवान सूर्य की उपासना के पर्व डाला छठ में अस्ताचलगामी और अगले दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की जाती है, लेकिन यूपी…
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भगवान सूर्य की उपासना के पर्व डाला छठ में अस्ताचलगामी और अगले दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की जाती है, लेकिन यूपी के चंदौली में छठ पूजा की एक अनोखी परंपरा है.
चंदौली के दीनदयाल नगर में भगवान सूर्य के साथ उनकी सवारी घोड़े की भी पूजा की जाती है. क्षेत्र के मानसरोवर तालाब स्थित सूर्य मंदिर के पास घोड़ों की आरती कर पूरे नगर में घुमाया जाता है.
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इस दौरान व्रती महिलाएं घोड़ों को चना और गुड़ खिलाकर सुख समृद्धि के साथ पूजा को सफल बनाने की कामना करती हैं.
मानसरोवर तालाब पर छठ पूजा का आयोजन करने वाले आयोजक घोड़ों को सजाकर नगर भ्रमण के लिए छोड़ते हैं. यह घोड़े पूरे नगर में भ्रमण करते हैं.
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नगर में भ्रमण करते हुए ये घोड़े छठ कर रही व्रती महिलाओं के घरों तक पहुंचते हैं. जहां व्रती महिलाएं इन घोड़ों की आरती उतारती हैं. साथ ही चना और गुड़ खिलाकर आशीर्वाद मांगती हैं.
दीनदयाल नगर में डाला छठ के महापर्व के दौरान 7 घोड़ों को नगर भ्रमण कराने की शुरुआत सन 2006 में हुई थी. उसके बाद से हर साल छठ पूजा के दौरान घोड़ों को नगर भ्रमण कराया जाता है.
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ऐसी मान्यता है कि घोड़े की पूजा करने से व्रती महिलाओं का व्रत सफल होता है और उनके घर में सुख समृद्धि आती है.
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