‘काशी के कोतवाल’ काल भैरव का बाबा बर्फानी की तर्ज पर हुआ हिम श्रृंगार, जानिए इसका मकसद
सावन के पावन माह में सभी शिवभक्त भोले की भक्ति में तल्लीन रहते हैं. बात शिव की नगरी काशी की करें तो यहां श्रावण मास…
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सावन के पावन माह में सभी शिवभक्त भोले की भक्ति में तल्लीन रहते हैं.
बात शिव की नगरी काशी की करें तो यहां श्रावण मास में सब कुछ शिवमय हो चुका है.
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तभी तो भोले के गढ़ कहे जाने वाले और काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव भी बर्फानी रूप में नजर आए.
बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी सावन के अंतिम दिन बाबा काल भैरव का वार्षिक हिम श्रृंगार किया गया.
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हिम श्रृंगार में पूरे मंदिर परिसर को बाबा बर्फानी यानि अमर नाथ की गुफाओं और हिमखंडों जैसा स्वरुप दिया गया था.
बाबा काल भैरव के इस मनोरम स्वरुप के दर्शन के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था और पूरा परिसर बाबा काल भैरव की जय-जयकार से गुंजायमान हो उठा.
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इस बारे में काल भैरव मंदिर के पुजारी पवन उपाध्याय ने बताया कि हिम श्रृंगार का मकसद यह भी रहता है कि बाबा काल भैरव के भक्त गर्मी और तपिश से निजात पाएं.
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