‘जब तक प्रेमचंद का घर न गिर जाए…’, सत्यप्रकाश का बेटे ने कर दी ये मांग, दुबे परिवार के 5 लोगों का हुआ ब्रम्हभोज
Deoria News: जमीनी विवाद में हुई सत्य प्रकाश दुबे व उनके परिवार के 4 सदस्यों की हत्या के बाद शुक्रवार को ब्रह्मभोज का आयोजन किया…
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Deoria News: जमीनी विवाद में हुई सत्य प्रकाश दुबे व उनके परिवार के 4 सदस्यों की हत्या के बाद शुक्रवार को ब्रह्मभोज का आयोजन किया गया. हत्याकांड में मृतक सत्यप्रकाश दुबे का बेटा देवेश दुबे 11वें दिनअपने लेड़हा टोला स्थित घर पहुंचा और कर्मकांड की विधि को पूरा किया. बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी, बांसगांव लोकसभा सांसद कमलेश पासवान इस मौके पर पहुंचे और मृतकों को श्रद्धांजलि दी.
"ब्रह्मभोज कर रहा हूं, नहीं तो उनकी आत्माएं भटकेंगी…"
सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे ने किया ब्रह्मभोज, सरकार से अपनी सुरक्षा को लेकर की मांग।#SatyaprakashDubey #Deoria #UttarPradesh pic.twitter.com/GgfDwVhty4
— UP Tak (@UPTakOfficial) October 13, 2023
वहीं मृतक परिवार के बेटे देवेश ने कहा कि वह ब्रम्हभोज नहीं करना चाह रहे थे. जब तक की प्रेमचंद का मकान ना गिर जाए. लेकिन उसके माता-पिता बहनों और भाई की आत्मा की शांति के लिए यह करना पड़ा है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से न्याय की मांग करी और अपने लिए घर मांगा.
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क्या था मामला
आपको बता दें कि फतेहपुर गांव के लेड़हा टोला में बीते सोमवार को 10 बीघा जमीन को लेकर जबरदस्त हिंसा हुई. इस घटना में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या कर दी गई. वहीं सत्य प्रकाश दुबे के परिवार में सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा गया और गोली मारी गई. हमलावर इतने बेरहम हो चुके थे कि उन्होंने 8 साल के बच्चे तक को नहीं छोड़ा. उसे मरा समझकर छोड़ गए. फिलहाल बच्चा अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.
जारी है कार्रवाई
पुलिस इस मामले में अब तक 21 आरोपियों को जेल भेज चुकी है. इसमें प्रेम यादव के पिता रामभवन यादव, छोटे भाई रामजी यादव और प्रेमचंद यादव का ड्राइवर नवनाथ मिश्रा शामिल हैं, इसमें कुल नामजद 27 अभियुक्त हैं, जबकि 50 अज्ञात हैं. वहीं फतेहपुर गांव में सामूहिक हत्याकांड में मृतक प्रेमचंद यादव का मकान अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर कब्जा करके बना है. दूसरी बार की पैमाइश में भी सरकारी जमीन पर ही पाया गया है. सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में अब तहसीलदार ने बेदखली का आदेश सुनाया है. तहसीलदार के इस फैसले के बाद प्रेमचंद के परिजन डीएम कोर्ट में अपील करेंगे.
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