मेरठ में 6 महीने पहले हुआ पार्षद का निधन, फिर भी लगी दूसरी डोज, प्रमाणपत्र भी जारी

भाषा

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उत्तर प्रदेश के मेरठ में टीकाकरण को लेकर लगातार लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. जिले में एक बुजुर्ग को पांच बार टीका लगाने के मामले की अभी जांच चल ही रही है. इस बीच, करीब 6 महीने पहले कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवा चुकी पार्षद को टीके की दूसरी डोज लगाने का संदेश ही नहीं, बल्कि प्रमाणपत्र भी जारी हो गया है.

कैंट बोर्ड की वार्ड छह की सदस्य और पूर्व उपाध्यक्ष दिनेश गोयल की पत्नी मंजू गोयल का कोविड-19 के चलते 25 अप्रैल को निधन हो गया था. मंजू गोयल ने 20 मार्च को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक ली थी. इसके बाद वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गईं, जिससे उनका निधन हो गया था.

मंजू गोयल के बेटे गौरव गोयल ने बताया कि अब उनकी मौत के करीब 6 महीने बाद शुक्रवार, 29 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर नौ मिनट पर उनके मोबाइल पर टीके की दूसरी खुराक लगने का संदेश आया. यही नहीं पोर्टल पर प्रमाणपत्र भी जारी किया गया. परिजनों ने इस मामले की शिकायत जिला स्वाथ्य महकमे के अधिकारियों से की है.

इस मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने घटना की पुष्टि करते हुए जांच कराने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि दो पहचान पत्र से टीके की खुराक लेने वालों के साथ ऐसी गलतियां ज्यादा हुई हैं.

मेरठ में कोविड-19 रोधी टीकाकरण को लेकर लापरवाही का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं. सितम्बर महीने में सरधना के धर्मपुरी निवासी रामपाल (73) को पांच बार टीका लगाने का सिर्फ संदेश ही नहीं, बल्कि प्रमाणपत्र भी जारी हो चुका है. यही नहीं उन्हें 6 वीं बार टीका लगाने के लिए समय भी बताया गया था.

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