अखिलेश की तरफ से बनवाए जा रहे केदारेश्वर मंदिर में निकली फीमेल कोबरा, जानें कितनी खतरनाक थी ये?
Etawah News: बारिश के मौसम में सांपों का निकलना तेज हो गया है. ऐसी स्थिति में घरों में, मंदिरों में, सार्वजनिक स्थान पर जहां भी सांप देखे जाते हैं, तो वहां हड़कंप मच जाता है. ऐसा ही एक घटना इटावा जिले के केदारेश्वर मंदिर में हुई, जिसको समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बनवा रहे हैं.
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Etawah News: बारिश के मौसम में सांपों का निकलना तेज हो गया है. ऐसी स्थिति में घरों में, मंदिरों में, सार्वजनिक स्थान पर जहां भी सांप देखे जाते हैं, तो वहां हड़कंप मच जाता है. ऐसा ही एक घटना इटावा जिले के केदारेश्वर मंदिर में हुई, जिसको समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बनवा रहे हैं. यह मंदिर प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग केदारनाथ मंदिर धाम की तर्ज पर बन रहा है. दरअसल हुआ यूं कि आज (गुरुवार) यहां पर एक काला कोबरा सांप, जिसकी लंबाई लगभग 4 फिट थी वह मंदिर के ऊपर चल रहे निर्माण कार्य के स्थान पर पहुंच गया और फन फैला कर बैठ गया.
वहां काम कर रही लेबर सांप देखकर डर गई, भयभीत हो गई. लेबर ने मंदिर निर्माण का काम रोक दिया. उसके बाद वहां व्यवस्था संभाल रहे व्यवस्थापक निलेश कुमार ने मंदिर के ऊपर चढ़े कोबरा सांप को रेस्क्यू करवाने के लिए वन विभाग को सूचित किया. वन विभाग की ओर से पहुंचे वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ. आशीष ने सुरक्षित रेस्क्यू करके सांप को प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया.
व्यवस्थापक निलेश कुमार ने बताया कि इस सांप के पहुंचने से काम करने वाली लेबर डर गई थी. सभी इतने भयभीत थे कि उसके पास भी जाने से डर रहे थे. लगभग दो घंटे तक काम बंद रहा. जब काले सांप को पकड़ लिया गया, उसके बाद राहत की सांस आई. अब कार्य सुचारू रूप से चल रहा है.
वन्य जीव विशेषज्ञ और रेस्क्यू करने वाले डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि 'मुझे फोन आया था कि मंदिर की छत पर स्पेक्टिकल कोबरा पहुंच गया था, जिसको देखकर यहां काम करने वाले लोग डर गए थे. एक प्लाई के नीचे बैठी नागिन थी जिसकी लंबाई चार फिट के करीब थी. फीमेल कोबरा थी, इसमें नीरो टोकसिन पॉइजन होने से यह खतरनाक होती है. इसके काटने से मृत्यु हो जाती है. इसका सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है. इसको प्राकृतिक वास में छोड़ दिया है. सावन मास में सांप निकलते हैं.'
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